कॉग्रेस के ‘ाासनकाल में अति पिछढी जातियों को सामाजिक ‘ौछिक एवं आर्थिक विकास करने के लिय अनेकों आयोग बनाये गये एवं कई शिफारिसी रिपोर्ट भी उत्तर प्रदेश ‘ाासन द्वारा कॉग्रेस नीत केन्द्र सरकार को भेजी जा चुकी है किन्तु केन्द्र सरकार द्वारा सभी रिपोटोZं को ठण्डे बस्ते मैं डालकर इस गम्भीर विशय को और जटिल बनाया जा रहा है, अनुसूचित जाति की मॉग को लेकर 16 अति पिछढी जातियां पिछले कई वशोZ से अपनी आवाज को बुलन्द करने में लगी हुई हैं, इन जातियों में मुख्य रूप से निशाद कश्यप बिन्द मल्लाह राजभर कुम्हार मुख्य हैं, 2005 में मुलायम सिंह यादव ने इन 16 अति पिछढी जातियों को अनुसूचित जाति का लाभ दिया गया किन्तु समाजवादी पार्टी के राजनैतिक प्रतिद्वदियों सपा को राजनैतिक लाभ मिलता देखकर हाइकोर्ट द्वारा स्टे लगवा दिया गया जिसके बाद इन 16 अति पिछढी जातियों को अनुसूचित जाति का लाभ मिलना बन्द हो गया, साथ ही भा0ज0पा भी इन जातियों को सामाजिक न्याय देने की वकालत करती है, उत्तर प्रदेश सरकार की वर्तमान मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती द्वारा भी प्रधानमन्त्री मा0 मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर इन 16 अति पिछढी जातियों को अनुसूचित जाति की श्रेणी में ‘ाामिल करने की जोरदार शिफारिस कर चुकी हैं, परन्तु कॉग्रेस ‘ाासित केन्द्र सरकार ने सुश्री मायावती मॉग को भी अनदेखा कर रखा है जिसके बाद ब0स0पा नेताओं ने अति पिछढी जातियो के विशय पर कॉग्रेस की खिलाफत ‘ाुरू कर दी है,
संविधानुसार किसी भी जाति को केन्द्र सरकार द्वारा ही संसद में प्रताव पास करा अनुसूचित जाति का लाभ दिया जा सकता है और केन्द्र में सरकार कॉगेस की है, इसके बाद भी कॉग्रेसी नेताओं द्वारा इस विशय पर ब0स0पा, सपा, भा0ज0पा पर आरोप लगाकर अपने दामन को बचाना बेमानी साबित हो रहा है
राश्टीय निशाद संघ के राश्टीय महासचिव चौधरी लोटनराम निशाद ने अब हमारे सब्र का बॉध टूट रहा है यदि 4 अप्रेल जन्तर मन्तर प्रदशZन से पूर्व हमारी मॉगों पर केन्द्र सरकार ले ध्यान नही दिया तो हम पूरे उत्तर प्रदेश में हिंसक आन्दोलन करेंगें इस दौरान किसी भी जान माल के नुकसान के लिय केन्द्र सरकार जिम्मेदार होगी
उन्होने कॉग्रेसी नेताओं को जवाब देते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति ‘ाोध एवं प्रशिक्षण संस्थान लखनउ ने 31 दिसम्बर 2004 को 403 पेज की इथनोग्राफिकल सर्वेक्षण करा रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कॉग्रेस नीत केन्द्र सरकार को सम्पेशित की गई थी किन्तु वर्तमान की भॉति उस समय भी मामले को लटकाये रखने के मकशद से केवल कोरी बयानबाजी कॉग्रेसी नेताओं द्वारा की गई थी पूर्व की भॉती वर्तमान समय में भी कॉग्रेस उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इथनोग्राफिकल सर्वेक्षण रिपोर्ट ना भेजने का हवाला देकर निशाद कश्यप बिन्द मल्लाह राजभर कुम्हार सहित अति पिछडी जातियों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं।
सं0प्र0ग0 प्रथम के कार्यकाल में प्रधानमन्त्री मा0 मनमोहन सिंह ने 2006 में बालक्रश्ण आत्माराम रेणगे की अध्यक्षता में राश्टीय घुमन्तू एवं अर्धघुमन्तू जाति आयोग का गठन किया था आयोग ने उत्तर प्रदेश की 17 विमुक्ति एवं खानाबदोश जातियों सर्वे कर 1478 पेज की रिपोर्ट 2 जुलाई 2008 को तत्कालीन समाजिक न्याय अधिकारिता मन्त्री मीरा कुमार को सौम्प दी, परन्तु कॉग्रेस ‘ाासित केन्द्र सरकार ने रेणगे आयोग की शिफारिसों को ठण्डे बस्ते में डाल रखा है
उन्होने कहा कि यदि कॉग्रेस वास्तव में इन जातियों का भला करना चाहती है तो बालक्रश्ण आत्माराम रेणगे रिपोर्ट को संसद के पटल पर रखकर चर्चा कराये और निशाद मल्लाह केवट कश्यप बिन्द सहित इन 16 जातियों को अनुसूचित जाति एवं जनजाति का आरक्षण दे।
राश्टीय निशाद संघ एवं अ0भा0 राजभर महासभा द्वारा जन्तर मन्तर पर 31 मार्च से दिन रात का अनुसूचित जाति की मॉग को लेकर ‘ाुरू कर दिया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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