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ग्रामीण बिहार और उ प्र में रोग प्रतिरक्षा के बारे में जागरूकता बढाने के लिए 30 इम्युनिटी एम्बैसडर तैनात

Posted on 25 March 2011 by admin

•    ब्राण्ड एम्बैसडर रवि किशन बताएं स्वास्थ्य के नुस्खे
•    ग्रामीण क्षेत्रों में 135 दिनों तक चला स्वास्थ्य जागयकता अभियान सम्पन्न

स्नबादवूए डन्तबी: कहते हैं कि ´हिन्दुस्तान का दिल उसके गांवों में बसता है`। इसी ग्रामीण भारत में रोगों के मामले भी ज्यादा सामने आते हैं और उनसे बचाव के उपायों तथा अधिक मजबूत रोग प्रतिरोधी क्षमता के महत्व के बारे में वहां बसने वाले लोग उतने ही अनजान भी हैं। इस कमी को दूर करने के मकसद से डाबर की दिग्गज हैल्थ सप्लीमेण्ट ब्राण्ड डाबर च्यवनप्राश ने आज यहां बिहार तथा उत्तर प्रदेश में 30 नागरिकों की पहचान की है और सुपर स्टार रवि किशन के साथ मिलकर इम्युनिटी एम्बैसडरों की एक टीम बनायी है। इन इम्युनिटी एम्बैसडरों का चयन इन दो राज्यों में 135 दिनों तक चलाए गए डाबर च्यवनप्राश स्वास्थ्य चेतना अभियान के आधार पर किया गया। स्वास्थ्य के मोर्चे पर महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाने वाले इस अभियान ने लोगों को उनके गांवों और जिलों में फ्लू, वायरस के बढते हमलों से डटकर मुकाबला करने के लिए अधिक मजबूत रोग प्रतिरोधी क्षमता विकसित करने के बारे में बताया। यह 2009 में ‘ाुरू की गई डाबर च्यवनप्राश की देशव्यापी पहल ´इम्यून इण्डिया` का हिस्सा है जिसमें देशभर के 1,000 स्कूलों के 10 लाख से अधिक छात्रों को रोग प्रतिरोधी क्षमता का महत्व बताया गया था।

डाबर च्यवनप्राश के 30 इम्युनिटी एम्बैसडरों में से 13 ग्रामीण उत्तर प्रदेश से चुने गए हैंं। इन इम्युनिटी एम्ब्ौसडरों को सम्बोधित करते हुए डाबर च्यवनप्राश के ब्राण्ड एम्बैसडर रवि किशन ने कहा, ´´अभिनेता होने के नाते मुझे काफी सफर करना पड़ता है और मैं अलग-अलग तरह की जलवायु को भी महसूस करता हूं। ऐसे में अगर आपका रोग प्रतिरोधक तन्त्र मजबूत नहीं है तो आप खांसी, जुकाम, बुखार जैसी तकलीफों के शिकार आसानी से बन सकते हैं। लेकिन यदि आपका प्रतिरक्षा तन्त्र ताकतवर है तो आपको इस तरह की किसी परेशानी को नहीं झेलना पड़ता। लिहाजा, यह जरूरी है कि आप अपनी इम्युनिटी बढ़ाएं और डाबर च्यवनप्राश सही मायने में हैल्थ सप्लीमेण्ट है जो ‘ारीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। मैं जब भी सफर पर निकलता हूं तो मेरे ट्रैवल बैग में डाबर च्यवनप्राश जरूर होता है और यह मुझे फ्लू, वायरस समेत अन्य कई संक्रमणों से बचाता है। मुझे खुशी है कि बिहार और उत्तर प्रदेश के दूरदराज के इलाकों से आए ये एम्बैसडर रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के सन्देश के अपने अपने गांवों तक ले जाएंगे और अधिक स्वस्थ भारत का निर्माण करेंगे।“

डाबर च्यवनप्राश के इन 30 इम्युनिटी एम्बैसडरों ने डॉक्टरों के साथ एक हैल्थ वर्कशॉप में भाग लिया और अपने पसन्दीदा सिने स्टार रवि किशन के साथ भी एक दिन बिताया। इस तरह उन्होंने स्वस्थ रहने के महत्वपूर्ण नुस्खे पता किए, प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने और थकान से निपटने के उपायों को सीखा।

इस टीम का चयन डाबर च्यवनप्राश स्वास्थ्य चेतना अभियान के आधार पर किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के इरादे से इस अभियान को बिहार तथा उत्तर प्रदेश के 9 जिलों के 270 गांवों तथा 135 हाटों में लागू किया गया। बिहार के 180 गांवों तथा उत्तर प्रदेश के 90 गांवों के 6 लाख प्रतिभागियों में से इन 30 नागरिकों को चुना गया। डाबर च्यवनप्राश का यह अभियान बिहार के 6 जिलों 7 पूर्व चम्पारन, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर, भोजपुर पटना और उत्तर प्रदेश के 2 जिलों - गोरखपुर एवं वाराणसी में चलाया गया। स्वास्थ्य चेतना अभियान पिछले साल ‘ाुरू की गई डाबर च्यवनप्राश की देशव्यापी पहल इम्यून इण्डिया का हिस्सा है।

इस अवसर पर श्री सुनीत यादव, ब्राण्ड प्रमुख - डाबर च्यवनप्राश, डाबर इण्डिया लिमिटेड ने कहा, ´´आज के दौर की तेज रफ्तार जीवनशैली, खानपान की दोशपूर्ण आदतें, प्रदूशण और बदलती जलवायु के चलते हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। जीवनशैली जनित रोगों और बार-बार पैदा होने वाली बीमारियों से खुद को बचाने के लिए सबसे अच्छा उपाय मजबूत प्रतिरक्षा तन्त्र विकसित करना है। हाल में कराए गए एक सर्वे से संकेत मिले हैं कि 85 प्रतिशत डॉक्टरों का मानना है कि वायरस संक्रमण से बचाव के लिए प्रतिरोधक क्षमता विकसित करना जरूरी है। इसी को ध्यान में रखकर डाबर च्यवनप्राश ने, जो कि प्रतिरोधक क्षमता निर्माण के मामले में देश की स्वाभाविक पसन्द बन चुका है, देशभर में ग्रामीण आबादी को इस प्रकार के रोगों से बचने के मकसद से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के बारे में शिक्षित करने का बीड़ा उठाया है।“

बड़े पैमाने पर चलाए गए इस अभियान के तहत् डाबर च्यवनप्राश के स्वयंसेवियों की टीम पहले से चििन्हत जिलों में विभिन्न गांवों और हाटों में गई और वहां मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविरों का संचालन किया। इन शिविरों में हर रोज़ करीब 114 लोगों को मुफ्त सलाह-मिश्वरा दी गई। इसके अलावा, इन जिलों की 135 ग्रामीण हाटों में विशेश जागरूकता अभियान भी चलाए गए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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