कृशकों की आय दुगुना करने के हर सम्भव प्रयास किये जाये
बोरिंग के निर्धारित लक्ष्य को 31 मार्च तक प्रत्येक दशा में पूरा करें -श्री जगदीश नारायण राय
उत्तर प्रदेश सरकार के रेशम एवं वस्त्रोद्योग मन्त्री श्री जगदीश नारायण राय ने कहा है कि रेशम परियोजना से जुड़े जिन जनपदों की प्रगति धीमी है वे अपने कार्यों में तेजी लायें। उन्होंने वरिश्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कृशकों की आय दुगुना करने के हर सम्भव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि एरी रेशम उत्पादन के अन्तर्गत कृशकों को 50 रुपये कि0ग्राम, जो विगत वशZ की तुलना में 15 रुपये अधिक है दिया जाय तथा शहतूती रेशम में विगत वशZ 75 रुपये की तुलना में 200 रुपये प्रति कि0ग्रा0 पर कोया विक्रय किया जाय।
श्री राय आज यहां अपने कार्यालय कक्ष में रेशम विभाग के कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिये कि सिंचाई सुविधा के अन्तर्गत कृशकों के अनुदान की धनरािश तत्काल लघु सिंचाई विभाग को स्थानान्तरित करते हुए बोरिंग के निर्धारित लक्ष्य को 31 मार्च तक पूरा किया जाय। उन्होंने कहा कि कोया उत्पादन के निर्धारित लक्ष्य को प्रत्येक दशा में पूरा किया जाय जिनके लक्ष्य पूरे नहीं होंगे, नियमानुसार उनसे स्पश्टीकरण प्राप्त किया जाय। उन्होंने कहा कि शासन का यही उद्देश्य है कि कृशकों के लिए ज्यादा से ज्यादा लक्ष्य प्राप्त हो। इसी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए समस्त परिक्षेत्रीय अधिकारी कार्य करें। उन्होंने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि कार्य सत्यापन के समय पूर्ण पाये जाये अन्यथा गलत कार्य करने वाले अधिकारी के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में प्रमुख सचिव रेशम श्री सुशील कुमार ने अधिकारियों को इंगित करते हुए कहा कि अगले वित्तीय वशZ के लिए प्रत्येक ़़त्रयमास में समारोह आयोजित कराये तथा मनरेगा में प्राप्त धनरािश का सदुपयोग शत-प्रतिशत किया जाये।
समीक्षा बैठक में रेशम परियोजना से जुड़े सभी वरिश्ठ अधिक मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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