भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार पर दमनकारी रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने दावा किया कि स्थानीय निकाय संशोधन विधेयक के विरूद्ध आज हजारों कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर राज्य सरकार की लोकतन्त्र विरोधी नीतियों का विरोध किया। उन्होंने कहा कि पार्टी के धरना प्रदर्शन की अभूतपूर्व सफलता से बौखलाई राज्य सरकार के इशारे पर कई जिलों में पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर बर्बरतापूर्वक लाठी चार्ज कर अग्रेजी हुकुमत की यादें ताजा कर दी। उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने आज पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर धरना देकर स्थानीय निकाय संशोधन विधेयक पर हस्ताक्षर न करने के लिए राज्यपाल से गुहार लगाई।
देवरिया में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ताओं द्वारा दिए जा रहे धरने पर पुलिस द्वारा किए गए लाठी चार्च की तीव्र निन्दा करते हुए श्री पाठक ने इसे बसपा सरकार का प्रशासनिक आतंकवाद बताया। उन्होंने कहा कि लोकतान्त्रिक तरह से धरना, प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस की लाठियां कहर बनकर टूटी। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को बेरहमी से पीटकर लहुलुहान कर दिया। पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज में पार्टी कार्यकर्ता जनमेजय सिंह, सत्यप्रकाश मणि, अखिलेश मणि सहित दर्जन भर से अधिक कार्यकर्ताओं को गम्भीर चोटें आई हैं। इसीतरह चन्दौली मेंं भी पार्टी कार्यकर्ता पुलिस की लाठियों के शिकार बने। जबकि पडरौना कुशीनगर में क्षेत्रीय अध्यक्ष अष्टभुजा शुक्ला, जिलाध्यक्ष अखिलेश मिश्रा, सहकारिता प्रकोष्ठ के सहसंयोजक विजय दीक्षित सहित हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जब प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर के दफ्तर पहुंचे तो भारी हुजुम देख कलेक्टर अपने दफ्तर को छोड़ कर चले गये।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज को मुख्यमन्त्री के भय का परिणाम बताया हेै। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव के मुद्दे पर पार्टी द्वारा चलाये जा रहे जन जागरण व प्रदर्शन आदि से घबराई बसपा सरकार अब दमनात्मक रवैया अपनाकर जनतन्त्र की आवाज को कुचलने का प्रयास कर रही है।
देवरिया में धरने का सम्बोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि यह सरकार दमनकारी रवैया अपनाते हुए आम जनता के हितों की एक तो सुनवाई नहीं कर रही है, दुसरे जब लोग धरना, प्रदर्शन करते हैं तो उसमें बल प्रयोग करते हुए प्रशासनिक अराजकता का परिचय देती है। श्री शाही ने कहा कि सरकार के इस दमनच्रक का कार्यकर्ता डटकर मुकाबला करेंगे और भाजपा इस अन्यायपूर्ण लोकतन्त्र विरोधी विधेयक के विरूद्ध लगातार लड़ती रहेगी।
प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि आज हुए धरना, प्रदर्शन के कार्यक्रम के तहत वाराणसी में विधानमंण्डल दल नेता ओमप्रकाश सिंह, राजधानी लखनऊ में प्रो0 रामजीत सिंह एवं प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी, कानपुर दक्षिण में राष्ट्रीय मन्त्री सन्तोष गंगवार एवं प्रदेश महामन्त्री महेन्द्र पाण्डेय, कानपुर उत्तर में राष्ट्रीय मन्त्री किरीट सौमैया, गोरखपुर महानगर में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी एवं प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ला, सुल्तानपुर में प्रदेश महामन्त्री विन्ध्यवासिनी कुमार, इलाहाबाद में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केसरीनाथ त्रिपाठी, उन्नाव में प्रदेश उपाध्यक्ष डा0 महेन्द्र सिंह, झांसी में प्रदेश उपाध्यक्ष स्वतन्त्रदेव सिंह, हरदोई में सदस्य विधान परिषद एवं प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित एवं राजीव रञ्जन मिश्रा, मुरादाबाद में प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेन्द्र िंसह सिरोही, सहारनपुर में राष्ट्रीय प्रवक्ता रामनाथ कोविन्द, मेरठ में क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्यप्रकाश अग्रवाल, गोण्डा में प्रदेश मन्त्री सन्तोष सिंह, बुलन्दशहर में अशोक कटारिया, गौतमबुद्धनगर में प्रदेश मन्त्री पंकज िंसह, मुजफ्फरनगर में लक्ष्मीकान्त बाजपेई, मऊ में क्षेत्रीय मन्त्री देवेन्द्र सिंह, नोयडा में पूर्व मन्त्री बालेश्वर त्यागी, बिजनौर में विधान परिषद में भाजपा दल नेता नेपाल सिंह, उरई में क्षेत्रीय अध्यक्ष कुंवर मानवेन्द्र सिंह, श्रीराम चौहान सिद्धार्थनगर में, औरैया में क्षेत्रीय मन्त्री हनुमान मिश्रा, सोनभद्र में जयप्रकाश चतुर्वेदी, बस्ती में प्रदेश महामन्त्री विनोद पाण्डेय, शाहजहाम्पुर में प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मपाल सिंह, जे पी नगर जसवन्त सेैनी, रामपुर में भुपेन्द्र सिंह, बागपत में नीरज शर्मा, बाराबंकी में शरद अवस्थी, बहराइच में अनुपमा जायसवाल, अम्बेडकरनगर में रामप्रकाश यादव, आगरा में हरद्वार दुबे सहित हजारों कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।