बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम को शुरूआत से ही फ्लाप शो बताते हुए कहा कि सपा के तीन दिवसीय आन्दोलन को राज्य की जनता ने पूरी तरह नकार दिया है। उन्होंने कहा कि सपा नेताओं द्वारा प्रदेश की कानून-व्यवस्था को खराब करने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन राज्य सरकार के कड़ेे इन्तजाम के चलते पूरे प्रदेश में अमन-चैन कायम रहा और सभी सरकारी काम-काज सामान्य ढंग से चलते रहे। उन्होंने कहा कि आज 2327 सपा कार्यकर्ताओं ने स्वेच्छा से गिरफ्तारी देते हुए बताया कि सपा नेतृत्व के दबाव एवं टिकट के लालच के कारण उन्हें सड़क पर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा।
श्री मौर्य ने कहा कि सपा प्रमुख श्री मुलायम सिंह यादव किसी भी तरह सत्ता हासिल करना चाहते हैं, लेकिन वे जानते हैं कि यू0पी0 में अपनी पार्टी के सिमटते जनाधार की वजह से यहां उनकी दाल नहीं गलेगी। यही कारण है कि आन्दोलन को फेल होता देख ड्रामेबाजी करने के बाद सपा प्रमुख श्री मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे श्री अखिलेश यादव, जो सपा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं, पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके हाल पर छोड़कर दिल्ली भाग गए।
बी0एस0पी0 के प्रदेश की अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतरीन है और राज्य में तेजी से विकास हो रहा है। ऐसी स्थिति में सपा नेताओं को जनता को यह बताना चाहिए कि आन्दोलन के नाम पर उनकी पार्टी आम जन-जीवन को क्यों प्रभावित करना चाहती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बी0एस0पी0 सरकार कानून-व्यवस्था के मामले में कोई समझौता नहीं करती। सरकार का स्पष्ट मत है कि किसी भी पार्टी को शान्तिपूर्ण धरना-प्रदर्शन करने का पूरा हक है। लेकिन यदि कोई पार्टी प्रदेश की कानून-व्यवस्था को खराब करने, सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने अथवा लोगों के साथ अभद्रता करने की कोशिश करेगी, तो राज्य सरकार उसके खिलाफ मा0 उच्चतम न्यायालय एवं मा0 उच्च न्यायालय द्वारा समय-समय पर दिए गए निर्णयों एवं दिशा-निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही करेगी।
श्री मौर्य ने कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव सहित सपा के अन्य नेता राज्य में अशान्ति फैलाने एवं कानून-व्यवस्था को खराब करने की नीयत से भड़काऊ बयानबाजी कर रहे हैं। इसके अलावा सपा द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्टर तथा बैनर लगाकर माननीया मुख्यमन्त्री जी एवं बी0एस0पी0 की राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ अनर्गल एवं झूठे आरोप लगाये जा रहे है और अमन-चैन के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।
श्री मौर्य ने मिस्र की तरह यहां विद्रोह कर प्रदेश में सरकारी काम-काज को ठप किए जाने के सम्बन्ध में सपा प्रमुख द्वारा दिए गए बयान की घोर निन्दा करते हुए इसे बेहद घातक, भड़काऊ तथा गैरजिम्मेदाराना बताया। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया जब भी सत्ता में रहे हैं, तो उन्होंने सबसे ज्यादा ध्यान अपराधियों का ही रखा और ऐसे तत्वों से उनके नजदीकी रिश्ते जग-जाहिर हैं। उन्होंने कहा कि खराब कानून-व्यवस्था के नाम पर धरना-प्रदर्शन करने वाली सपा के नेता जेलों में बन्द बाहुबलियों और खतरनाक अपराधियों से मुलाकात करने सबसे पहले पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों के साथ श्री यादव के गहरे जुड़ाव का ही नतीजा है कि ऐसे असामाजिक तत्व श्री यादव को अपना गॉड फादर मानते हैं।
श्री मौर्य ने कहा कि राज्य की जनता पूर्ववर्ती सपा सरकार के कार्यकाल को अभी भी नहीं भूली है, जब गुण्डे, माफिया और शातिर अपराधी सरकारी संरक्षण में खुलेआम न केवल कानून का मजाक उड़ाते थे, बल्कि संवैधानिक संस्थाओं तथा लोकतन्त्र का मजाक उड़ाने में भी कोई संकोच नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सपा सरकार के दौरान भ्रष्टाचार, लूट-खसोट एवं धन उगाही से ऊबकर प्रदेश की जनता ने चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को पूर्ण बहुमत देकर सरकार बनाने का मौका दिया था, ताकि सपा के गुण्डाराज से उन्हें छुटकारा मिल सके।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि माननीया मुख्यमन्त्री जी के नेतृत्व में बी0एस0पी0 की सरकार ने प्रदेश में अन्यायमुक्त, अपराधमुक्त, भयमुक्त, भ्रष्टाचारमुक्त एवं विकासयुक्त वातावरण पैदा करके कानून द्वारा कानून का राज स्थापित किया है। यह बात सपा नेताओं को हजम नहीं हो रही है, जिसके चलते यह लोग प्रदेश की कानून-व्यवस्था को बंधक बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता सपा के राजनैतिक चाल एवं चरित्र को अच्छी तरह से समझ चुकी है, इसलिए उसने सपा के आन्दोलन को अपना समर्थन नहीं दिया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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