केन्द्रीय औशधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) लखनऊ में आयोजित पोस्ता (अफीम) पर आयोजित अन्तर्राश्ट्रीय गोश्ठी का आज समापन हो गया। इस कार्यक्रम के पैनल सत्र में विस्तृत चर्चा की गई जिसमें समन्वय समिति की अध्यक्ष्ता डा. एस. पी. सिंह व डा. आर. एस. सांगवान द्वारा की गई। प्रतिभागियों द्वारा ´पोस्ता (अफीम) के भविश्य´ विशय पर चर्चा की गई और पोस्ता औशधि के अतिरिक्त खाद्य सामग्री, न्यट्रास्यूटिकल या बायोइनर्जी के रूप में भी चििन्हत किया गया। प्रतिभागियों के बीच यह सहमति बनी कि पोस्ता अफीम का उपयोग स्वास्थ्य, औशधि, खाद्यय के रूप में बदली हुई मांग को दृिश्टगत रखते हुए होना चाहिए। इसके साथ ही पोस्ता में पादप सुधार और कृशि प्रौद्योगिकी के विकास पर भी जोर दिया गया तथा इसके नियन्त्रित उत्पादन व व्यापार हेतु, रणनीति बनाने का सुझाव दिया गया। अन्त में सभी प्रतिभागियों ने सीमैप फार्म का भ्रमण किया व बाराबंकी के एक गांव में कृशकों के खेतों को देखा। अन्त में सीमैप के निदेशक सीमैप प्रो. राम राजशेखरन ने सी. एस. आई. आर.-सीमैप की तरफ से सभी आये हुए प्रतिभागियों का हादिZक आभार व्यक्त किया और कहा कि पोस्ता के क्षेत्र में पारस्परिक अनुसंधान के प्रस्तावों का सीमैप स्वागत करेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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