- कर रहित बजट से विकास दर में बढ़ोत्तरी होगी जिसके चलते प्रदेश की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में सुधार आयेगा
- पूर्व की सरकारों ने यदि प्रदेश के सभी वर्गों और क्षेत्रों के सन्तुलित विकास पर ध्यान दिया होता, तो आज प्रदेश की आर्थिक स्थिति काफी बेहतर होती
- राज्य सरकार ने किसानों की खुशहाली व कृशि क्षेत्र को ठहराव से निकालने के कई प्रयास किये
- गांवों के विकास के बिना प्रदेश के विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती
- उ0प्र0 मुख्यमन्त्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना के लिए 1081 करोड़ रू0 की व्यवस्था
- बजट में बालिकाओं के कल्याण से जुड़ी योजनाओं में काफी धनरािश का प्राविधान
- महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना के लिए 360 करोड़ रू0 प्रस्तावित, 01 लाख 80 हजार बालिकाएं होंगी लाभािन्वत
- सावित्री बाई फुले िशक्षा मदद योजना के लिए 340 करोड़ रू0,
- 07 लाख 10 हजार छात्राओं को लाभािन्वत करने का लक्ष्य,जिनमेंं 01 लाख 25 हजार छात्रायें अनुसूचित जाति की होंगी
- आगामी वित्तीय वशZ के 2249 डा0 अम्बेडकर ग्रामों में सी0सी0 रोड एवं केसी डेªन के निर्माण के लिए 800 करोड़ रू0
- ग्रामों को सम्पर्क मार्गों से जोड़ने के लिए 03 हजार करोड़ रू0 की व्यवस्था
उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने कहा है कि वित्तीय वशZ 2011-12 के लिए आज विधानसभा में प्रस्तुत किए गए राज्य सरकार के बजट से प्रदेश के चहुमुखी विकास में अभूतपूर्व वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि यह बजट प्रदेश में व्याप्त आर्थिक एवं सामाजिक अन्तर को कम करने तथा लोगों का जीवन स्तर सुधारने वाला सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि बजट में वैसे तो सर्वसमाज के सभी वर्गों के हितों की ओर पूरा ध्यान दिया गया है, लेकिन प्राथमिकता समाज के अन्तिम सोपान पर खड़े दलित, शोशित, वंचित और उपेक्षित वर्गों को दी गई है। उन्होंने कहा कि बजट में विभिन्न विकास योजनाओं के माध्यम से सभी वर्गो, समुदायों एवं क्षेत्रों का सन्तुलित विकास करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि उनके पहले शासनकाल से लेकर वर्तमान शासनकाल के दौरान उनकी सरकार ने अनेक ऐतिहासिक और अभूतपूर्व निर्णय लेकर उत्तर प्रदेश में सामाजिक परिवर्तन आन्दोलन को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान की है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा पिछले तीन वशोZं में जनता पर अतिरिक्त करों का बोझ नहीं डाला गया। उन्होंने कहा कि बेहतर आर्थिक प्रबंधन, वित्तीय अनुशासन तथा उपलब्ध संसाधनों का कुशलतापूर्वक उपयोग करते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए कई ठोस एवं दूरगामी परिणाम देने वाले निर्णय लिये हैं। उन्होंने कहा कि कर रहित मौजूदा बजट से प्रदेश की विकास दर में बढ़ोत्तरी होगी जिसके चलते प्रदेश की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में सुधार आयेगा।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि प्रस्तावित बजट में किए गए प्राविधान से गरीबों, मजदूरों, किसानों, महिलाओं, व्यापारियों, कर्मचारियों एवं विभिन्न पेशों में लगे लोगों और समाज के उपेक्षित व निर्बल वर्गो, अल्पसंख्यकों तथा युवाओं की आर्थिक स्थिति और बेहतर होगी। उन्होेंने कहा कि समाज के सभी वर्गों और विशेश रूप से गरीबों एवं जरूरतमन्दों का पिछली किसी सरकारों के शासनकाल में इस प्रकार का ध्यान नहीं रखा गया। उन्होेंने कहा कि यदि प्रदेश के सभी वर्गों और समस्त क्षेत्रों के सन्तुलित विकास पर पूर्व की सरकारों ने उनकी सरकार की तरह ही प्रयास किया होता तो आज प्रदेश की आर्थिक स्थिति काफी बेहतर होती। उन्होंने कहा कि प्रस्तुत बजट उनके स्वयं के अनुभव एवं जमीनी सोच का परिचायक है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा है कि प्रदेश की कृशि प्रधान अर्थव्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए किसानों के समृद्धि व कृशि क्षेत्र को ठहराव से निकालने के उद्देश्य से बजट के माध्यम से कई प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के किसानों को खुशहाल और समृद्ध देखना चाहती है, इसलिए उनकी सरकार द्वारा समय-समय पर ऐतिहासिक निर्णय लिये गये है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों को समय से उर्वरक की उपलब्धता सुनििश्चत करने के लिए उर्वरक के अिग्रम भण्डारण हेतु 72 करोड़ रूपये पूर्वी उत्तर प्रदेश में हरित क्रान्ति के विस्तार के लिए 57 करोड़ रूपये संकर बीजों को बढ़ावा देने के लिए 30 करोड़ रूपये, कृशि विपणन यार्ड के निर्माण एवं विकास के लिए 88 करोड़ रूपये तथा 11वीं पंचवशीZय योजना की अवधि के अन्त तक प्रदेश में 15 हजार पशुओं पर एक पशु चिकित्सालय स्थापित करने के उद्देश्य से आगामी वित्तीय वशZ 2011-12 में 37 नये पशु चिकित्सालयों की स्थापना का प्राविधान भी किया गया है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि गांवों के विकास के बिना प्रदेश के विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि इसको ध्यान में रखते हुए उनकी सरकार गांवों में भी शहरों जैसी आधारभूत सुविधायें उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि गांवों, विशेश रूप से डा0 अम्बेडकर ग्रामों में शहरों जैसी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त धनरािश की व्यवस्था प्रस्तुत बजट के माध्यम से की गई है। उन्होंने कहा कि आगामी वित्तीय वशZ के 2249 डा0 अम्बेडकर ग्रामों में सी0सी0 रोड एवं केसी डेªन के निर्माण के लिए 800 करोड़ रूपये तथा ग्रामों को सम्पर्क मार्गों से जोड़ने के लिए 03 हजार करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा उनकी सरकार ने गांवों में पेयजल आपूर्ति के लिए विशेश प्रयास किये हैं। उन्होंने कहा कि आगामी वित्तीय वशZ में प्रदेश में 60 हजार नये हैण्ड पम्प, 90 हजार हैण्ड पम्पों की भी बोरिंग तथा 01 लाख 50 हजार सोकपिट एवं 600 पाइप पेयजल योजनाओं के लिए 677 करोड़ रूपये के प्रस्ताव हैं।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने महंगाई की चर्चा करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार की गलत आर्थिक, आयात एवं निर्यात नीतियों के कारण रोजमर्रा की जरूरत की खाद्य सामग्री आम जनता की पहुंच से बाहर हो गई है। महंगाई पर रोक लगाने की जगह केन्द्र सरकार द्वारा केवल यह बयान देकर की यह समस्या क्षणिक है तथा कुछ दिनों में महंगाई दर नियन्त्रण में आ जायेगी, यह समझ लिया गया है कि केन्द्र की जिम्मेदारी पूरी हो गई है, जबकि महंगाई की समस्या खत्म होने की जगह विकराल रूप धारण करती जा रही है। उन्होंने कहा कि यह अत्यन्त दु:खद है कि केन्द्र सरकार द्वारा बार-बार इसे छोटी समस्या बताकर पल्ला झाड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अपने कार्य क्षेत्र में रहते हुए जमाखोरी व कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के ठोस कदम उठायें हैं। उनकी सरकार द्वारा आवश्यक वस्तु नियम के अन्तर्गत चावल, दाल, खाद्य तिलहन एवं खाद्य तेल पर स्टाक सीमा लगायी गई है। उन्होंने कहा कि महंगाई को देखते हुए उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश मुख्यमन्त्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों को अब 300 रूपये प्रतिमाह को बढ़ाकर 400 रूपये प्रतिमाह देने का निर्णय लिया। इस योजना के तहत आगामी वित्तीय वशZ के लिए 1081 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के इस प्रयास से इस योजना के लाभार्थियों को महंगाई से थोड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह निर्णय उसकी दूरगामी एवं अभिनव सोच को दर्शाता है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि आज पेश किये गये बजट में बालिकाओं के प्रति समाज की सोच में परिवर्तन लाने तथा बालिकाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनकी सरकार द्वारा पूर्व से चलायी जा रही योजनाओं में काफी धनरािश का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना का लाभ अभी तक बी0पी0एल0 कार्ड धारक परिवारों को ही प्राप्त हो रहा था जिसका दायरा बढ़ाते हुए अब इसके तहत उ0प्र0 महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना के लाभार्थी परिवारों को भी आच्छादित किये जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी वित्तीय वशZ में महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना के लिए 360 करोड़ रूपये का बजट प्रस्तावित करते हुए 01 लाख 80 हजार बालिकाओं को लाभािन्वत किया जायेगा। इसी प्रकार सावित्री बाई फुले िशक्षा मदद योजना के अन्तर्गत 2011-12 में 07 लाख 10 हजार छात्राओं को आच्छादित करने के लिए 340 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। इन बालिकाओं में 01 लाख 25 हजार छात्रायें अनुसूचित जाति की होंगी। उन्होंने कहा कि बालिकाओं के हक में उनकी सरकार द्वारा लिये गये निर्णयों से समाज की सोच में बदलाव होगा।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि राज्य सरकार गरीबों को छत उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। इस बजट में भी ग्रामीण क्षेत्र के गरीबों को आवास उपलब्ध करानें लिए पर्याप्त धनरािश की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही शहरी गरीबों को भी सस्ती आवासीय सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। पहली बार ऐसा हुआ है कि लगभग 08 लाख रूपये तक के कीमत वाले मकान गरीबों को नि:शुल्क दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विगत वषोZ में मूलभूत आर्थिक अवस्थापना सुविधाओं जैसे ऊर्जा, सड़क, पुल, परिवहन, शहरी अवस्थापना आदि के विकास पर अपने सीमित संसाधनों के बावजूद बडे़ पैमाने पर धनरािश खर्च की है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि विपक्षी पार्टियों के नेताओं को चाहिए था कि सर्वजन के विकास पर आधारित इस बजट की खुले मन से सराहना करते परन्तु परम्परानुसार राजनीतिक कारणों और पूर्वाग्रहों के चलते उन्होंने ऐसा नहीं किया। इसके साथ ही उन्हें सोशल सेक्टर के विकास के लिए किए गए सरकार के प्रयासों का भी खुले मन से स्वागत करना चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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