भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र तिवारी ने प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमन्त्री के जन्म दिन पर करोड़ों के विज्ञापन और होर्डिगों द्वारा समूचे नगर को रंग देने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि श्री मायावती ने राजतन्त्रीय व्यवस्था को भी मात दे दिया। कोई तानाशाह भी सम्भवत: ऐसी हालातों में जब प्रदेश की जनता मंहगाई से बेतरह त्रस्त हो प्रदेश में हत्या, लूट, भंष्टाचार पर नियन्त्रण न हो पा रहा हो। बाढ़ से पीड़ित हजारों परिवारों को राहत न बांटी गई हो, बाढ़ से बबाZद हुई फसलों का मुआवजा न दिया गया हो, हजारों लोग डेंगू,और इन्ससेफिलाइटिस से चिकित्सा सुविधाओं का अभाव में काल कलवित हो गए हैं उन्हैं औषधियां न उपलब्ध हो पाई हों प्रदेश में भयानक ठण्डक से सैकड़ों लोग मर गए हों जिन्हैं रैन बसेरा न मिल सका, जिनके लिऐ कम्ब्ल और अलाव की व्यवस्था न हो सकी। दिव्या, शीलू जैसे अनेक काण्डों से प्रदेश की समूची शासन व्यवस्था की पोल पट्टी खुल गई हो कानून व्यवस्था ध्वस्थ हो गई हो, लूट, हत्या, डकैती, राहजनी के कारण प्रदेश की जनता आतंकित हो और प्रदेश की मुखिया सैकड़ों करोड़ खर्च कर अपने जन्म दिन का जश्न मना रही हो ऐसी हिम्मत कोई तानाशाह भी नहीं कर सकता।
श्री तिवारी ने कहा कि बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती उ0प्र0 में वह हालात पैदा कर रही है जहंा लोकतन्त्र अपना मायने खो दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सबसे पहले शीलू के परिजनों से मिलने 31 दिसम्बर को बान्दा शाहवाजपुर गये थे और उन्होंने इस काण्ड की न्यायिक जांच की मांग की थी, परन्तु प्रदेश की मुख्यमन्त्री की हठधर्मिता और बसपा विधायक को बचाने के षडयन्त्र से पीड़ित एक माह से अधिक जेल में सड़ती रही। कानपुर में निर्दाेष मुन्ना लोधी दिव्या काण्ड में जेल में बन्द है। मीडिया और भाजपा नेतृत्व के इतने कड़े संघर्ष के बावजूद अभी तक दोषी अधिकारी जिन्होंने षडयन्त्र कर निर्दोषों को फंसाया और दोषी लोगों को बचाते रहे आज भी स्वतन्त्र घूम रहे हैं। कोई भी गिरफ्तार नहीं हुआ। शीलू को जेल से रिहाई का आदेश इलाहाबाद उच्चन्यायालय को देना पड़ा। ऐसे सैकड़ो मामले प्रदेश में हैं। बसपा राज में प्रदेश में अघोषित तानाशाही का राज कायम है। सहकारी संस्थाओं, जिला पंचायत अध्यक्षों, ब्लाक प्रमुखों की कुर्सी पर जिस तरह से पुलिस प्रशासन, स्थानीय प्रशासन और गुण्डो आदि के बल पर प्रदेश सरकार ने कब्जा किया और नगर निगमों और नगर निकायों पर कब्जा की योजना बन रही है वह केवल तानाशाह ही कर सकता है। आज समूचा प्रशासन तन्त्र भयानक दबाव में काम कर रहा है। मीडिया के लोग भी स्वतन्त्र अभिव्यक्ति नहीं कर पा रहे हैं। अन्याय के खिलाफ लड़ने वालों को धमकाया जा रहा है और पुलिस उन पर फर्जी मुकदमों में फंसा रही है।
श्री तिवारी ने कहा कि प्रदेश मुखिया के जन्म दिन पर पानी की तरह पैसा बहाया जाना अत्यन्त विडंम्बना पूर्ण है और प्रदेश की जनता कभी अतिरेक बर्दास्त नहीं करती। अच्छा यह होता कि मुख्यमन्त्री जन्म दिन को न्याय दिलाने के लिऐ उन्हें राहत पहुंचाने के लिए, कानून व्यवस्था ठीक करने के लिए काम करती।
श्री तिवारी ने प्रदेश नेतृत्व को चेतावती देते हुये कहा कि यदि उ0प्र0 शासन आम आदमी के सरोकारों के प्रति इतना संवेदनहीन रहा और निर्दोषों पर जुल्म होते रहे तो प्रदेश में अराजकता की हालात पैदा हो जायेगी। मुख्यमन्त्री को अपने जन्म दिन के अवसर पर आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे इस ्रपदेश को भ्रष्टाचार मुक्त करने प्रशासन, पुलिस को जवाबदेह बनाने, न्याय व्यवस्था कोत्वरित निष्पादन और विेकास की योजनाओं को आगे बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए। प्रदेश प्रवक्ता ने मुख्यमन्त्री के जन्म दिन पर प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई को पानी की तरह बयाने जाने की कटु निन्दा की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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