बांस की उन्नत प्रजाति के सम्बंध में किसानों को प्रशिक्षित किया जाये-फतेह बहादुर सिंह
उत्तर प्रदेश के वन एवं जन्तु उद्यान मन्त्री श्री फतेह बहादुर सिंह ने कहा है कि आज आधुनिक समय में भी बांस का उपयोग व्यक्तियों द्वारा किया जा रहा है। बांस समाज के समस्त वर्गों विशेष कर निर्धन व निर्बल वर्गों के लिये जीवन का आधार है। वर्तमान सरकार समाज के निर्धन व निर्बल वर्ग का जीवन स्तर उठाने के लिये कृत संकल्प है। बेम्बू मिशन योजना इस दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।
वन मन्त्री आज यहॉ गोमतीनगर के दयाल पैराडाइज होटल में राष्ट्रीय बांस मिशन द्वारा ´´बांस रोपण एवं आय वृद्धि´´ विषय पर आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कृषि वानिकी पद्धति अपना कर कृषक इससे पर्याप्त लाभ कमा सकते हैं।
श्री फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि वन क्षेत्र के बाहर बांस की खेती को अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जाये। इसके लिये बांस की खेती की उन्नत तकनीक विकसित करनी होगी तथा अधिक उत्पाद व मूल्य देने वाली प्रजातियॉ व आधुनिक तकनीक से किसान भाइयों को परिचित करवाना होगा।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये प्रमुख सचिव वन श्री चंचल कुमार तिवारी ने कहा कि नेशनल वम्बू मिशन के दिशा निर्देशों के अनुरूप प्रदेश में बांस संवर्धन की योजना वर्ष 2007-08 से प्रारम्भ की गई है। इस योजना के मुख्य उद्देश्य राजकीय एवं गैर राजकीय भूमि पर जन सहभागिता सुनिश्चित करते हुये बांस रोपण एवं संवर्धन के लिये कृषकों एवं कारीगरों की कुशलता को बढ़ावा देना एवं उच्च कोटि की रोपण सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
प्रमुख सचिव ने कहा कि आज की एक दिवसीय कार्यशाला में बांस संवर्धन के सम्बंध में वैज्ञानिकों एवं किसानों द्वारा विचार-विमर्श के पश्चात जो सुझाव आयेगें, उसपर शासन स्तर से विचार किया जायेगा।
प्रमुख वन संरक्षक श्री डी0एन0एस0 सुमन ने बताया कि बांस संवर्धन योजना की सफलता के लिये कार्यशाला के माध्यम से सुझाव के पश्चात शासन स्तर से जो निर्देश दिया जायेगा, उसका अनुपालन वन विभाग द्वारा किया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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