उत्तर प्रदेश के वित्त एवं चिकित्सा मन्त्री श्री लालजी वर्मा द्वारा एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, यूनानी एवं चिकित्सा िशक्षा सम्बंधी कार्यों की समीक्षा विभागीय बैठक कक्ष में की गई। श्री वर्मा ने चिकित्सा संस्थानों और मेडिकल कालेजों के प्रमुखों को निर्देश दिये कि मरीजों को नि:शुल्क दवाएं प्राप्त करने में कठिनाई नहीं होनी चाहिए। इस ठण्डक में आवश्यकतानुसार चिकित्सा संस्थानों में अलाव आदि जलाने की व्यवस्था की जाये, साथ ही यह भी देखा जाय कि मरीजों को कोई परेशानी न हो तथा वे समुचित उपचार का लाभ ले सकें। उन्होंने बताया कि औशधि क्रय करने के लिए पूर्व में ही बजट अवमुक्त किया जा चुका है। चिकित्सा िशक्षा विभाग से सम्बंधित निर्माण कार्यों एवं मरम्मत कार्यों को प्रत्येक दशा में इस माह के अन्त तक पूरा कर लिया जाय।
चिकित्सा िशक्षा मन्त्री ने बताया कि मुख्यमन्त्री द्वारा निरीक्षण कार्य फरवरी माह से आरम्भ होने वाला है। इसके दृिश्टगत सभी अधूरे कार्यों को पहले से ही पूरा कर लिया जाय। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में एनेस्थीसिया विशेशज्ञ के रिक्त पदों को भरने की कार्यवाही की जाये, ताकि बिना कठिनाई के आपरेशन आदि सम्पादित हो सकें। उन्होंने संस्थान के प्रमुखों/प्रभारियों को प्रत्येक माह में पांच-पांच निरीक्षण करने तथा अस्पतालों में साफ-सफाई करने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा िशक्षा श्री जैकब थामस के अतिरिक्त चिकित्सा संस्थानों के प्रमुख, प्रार्चाय एवं शासन के विशेश सचिव एवं प्रभारी अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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