केराकत,जौनपुर। स्थानीय तहसील क्षेत्र के नगर व ग्रामीणांचल क्षेत्रों में खाद्य पदार्थो में धड़ल्ले से मिलावट पर लगाम लगाने में शासन-प्रशासन व नमूना टीम पूरी तरह विफल साबित हो गई है। क्षेत्रीय जनता और समाजसेवकों के साथ क्षेत्रीय प्रबुद्धों का मानना है कि मिलावट पर कारगर नकेल न लगाने के पीछे नमूना टीम द्वारा मिलावटखोरों से वसूली ही आड़े आ रही है। दूसरी तरफ मिलावटखोर नमूना टीम को सुविधा शुल्क देकर उन्हें निभीZकता से मिलावटखोरी करने की छूट दिये हुए हैं।
बताया गया है कि पिछले महीनों में दिखावे के लिए नमूना टीम ने शासन-प्रशासन के निर्देश पर गली-कूंचों तक की चाय-मिष्ठान और खाद्य पदार्थो की बिक्री करने वालों के यहां छापेमारी का हौवा खड़ाकर ले-देकर मोटी रकम कमाने के बाद मौन धारण कर लिया गया। जिसका परिणाम है कि केराकत क्षेत्र में अनाज, तिलहन, वनस्पति और दूध, खोवा, पनीर के साथ मिष्ठान के दुकानदारों द्वारा अखाद्य पदार्थो का मिश्रण किया जाने लगा। जिसे खाने के बाद ग्राहक व आम नागरिक उसके दुष्प्रभाव से पीड़ित होने लगे और तरह-तरह की बीमारियों के शिकार, परन्तु इन मिलावटखोरों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई न की जा रही है और ना ही कारगर नकेल ही लगाया जा रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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