प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मन्त्री श्री अनन्त कुमार मिश्र ने प्रदेश में कड़ाके की सदीZ को देखते हुए सभी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षकों को रैन बसेरों की आवश्यक मरम्मत एवं उसमें अन्य जरूरी सुविधायें उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि रोगियों के तीमारदारों के लिए अलाव आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। इसके साथ ही रैन बसेरों की दरवाजे, खिड़कियां, शीशे, जल निकासी की व्यवस्था ठीक करायी जाये। उन्होंने रैन बसेरों की सफाई, प्रकाश एवं रख-रखाव आदि की समुचित व्यवस्था किये जाने के भी निर्देश दिये।
श्री मिश्र आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ के सभागार में आयोजित समस्त जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों तथा मण्डलीय अपर निदेशकों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने राजधानी स्थित रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय राजाजीपुरम तथा लोकबन्धु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय, एल0डी0ए0 कालोनी कानपुर रोड में तत्काल ब्लड बैंक स्थापित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने इस मौके पर दवाओं के क्रय में पारदर्शिता बरतने, यूजर चार्जेज की धनराशि का सदुपयोग करने, इमरजेन्सी वार्ड का समुचित रख-रखाव, डेथ आडिट तथा हेल्थ की पी0आई0पी0 तैयार करने जैसे बिन्दुओं पर जिला चिकित्सालय वार गहन समीक्षा की तथा आवश्यक निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुश्री नीता चौधरी ने जिला चिकित्सालयों में की जा रही सर्जरी व्यवस्था की गहराई से समीक्षा की तथा अधिकांश सर्जनों द्वारा कोई भी सर्जरी न किये जाने पर गहरा असन्तोष व्यक्त किया। उन्होंने सभी मुख्य चिकित्साधीक्षकों को सर्जनों द्वारा मासिक मानक के अनुसार सर्जरी कराने के निर्देश दिये। उन्होंने इस स्थिति में इस माह के अन्त तक सुधार लाने की चेतावनी दी और कहा कि सर्जरी के मामले में मानक के अनुसार तत्काल सुधार न आने पर 50 वर्ष से अधिक आयु वाले सर्जनों को अनिवार्य रूप से सेवा निवृत्त किया जायेगा। उन्होंने अन्य चिकित्सकों के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने की चेतावनी भी दी। उन्होंने मुख्य चिकित्साधीक्षक सुल्तानपुर तथा कई अन्य को उनकी व्यक्तिगत पत्रावली पर लिखित चेतावनी जारी की।
प्रमुख सचिव ने नये स्थापित होने वाले ब्लड बैंकों में तैनात किये जाने वाले चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को तत्काल प्रशिक्षण दिये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने समस्त जनपदों के सी0एम0एस0 को निर्देश दिये कि उपकरणों की उपलब्धता तथा क्रियाशीलता के सम्बन्ध में दो दिन के अन्दर रिपोर्ट महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ को उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने कहा कि सभी सी0एम0एस0 अपने चिकित्सालय की आवश्यक सूचनाओं को अपर मण्डलीय निदेशक को उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों से भेजी जाने वाली सूचनाओं में एक रूपता सुनिश्चित की जानी चाहिए।
सुश्री नीता चौधरी ने शासन के अधिकारियों को प्रत्येक मासिक बैठकों में प्रत्येक चिकित्सक, सर्जन, सी0एम0एस0, सी0एम0ओ0 तथा अपर निदेशक आदि के कार्य निष्पादन का पूर्ण विवरण रखने के निर्देश दिये, ताकि किसी प्रकार की शिथिलता अथवा कमी पाये जाने पर उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही तुरन्त की जा सके।
बैठक में निदेशक प्रशासन श्रीमती अलका श्रीवास्तव, निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ डॉ0 शोभनाथ तथा सभी जनपदों से आये सी0एम0एस0 एवं अपर निदेशक उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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