उत्तर प्रदेश के वस्त्रोद्योग एवं रेशम मन्त्री श्री जगदीश नारायण राय ने बुनकरों और उनसे जुड़ी हुई समितियों को अनुदान के रूप में स्वीकृत 53160.000 की धनराशि का वितरण शीघ्र सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बुनकर बहबूदी फण्ड से गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले बुनकरों हेतु एक नयी योजना प्रारम्भ की जाय। योजना का स्वरूप निर्धारित करते समय यह ध्यान रखा जाय कि अधिक से अधिक गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले बुनकरों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि इस फण्ड से इस वर्ष वितरित की जा रही 1380 सोलर लालटेनों का वितरण शीघ्र सुनिश्चित किया जाय।
श्री राय आज यहॉ विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय कार्यकलापों की मासिक समीक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कर रहे थे। उन्होंने क्लस्टर एवं ग्रुप एप्रोच की योजनाओं के सम्बन्ध में निदेशक हथकरघा को निर्देश दिये कि वे इन योजनाओं के अन्तर्गत दी जाने वाली सुविधाओं हेतु आपूर्तिकर्ताओं आदि की अच्छी व्यवस्था करें तथा समय सीमा निर्धारित कराते हुए वर्तमान में लिम्बत धनराशि का उपयोग सुनिश्चित कराएं। इसी प्रकार विपणन प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत यूपिका और हथकरघा निगम के प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार से केन्द्रांश तत्काल अवमुक्त कराये जाएं। उन्होंने कहा कि पावरलूम क्षेत्र के विकास हेतु मुरादाबाद परिक्षेत्र में लिम्बत धनराशि 79.75 लाख रूपये का उपयोगिता प्रमाण पत्र मंगवाकर भिजवाया जाय।
श्री राय ने कहा कि पावरलूम क्षेत्र से जुड़े हुए कामगारों और कार्मिकों का जनपदवार विवरण तैयार कराया जाय। इस विवरण के आधार पर पावरलूम क्षेत्र में लागू सामूहिक बीमा योजना का लक्ष्य निर्धारित किया जाय। महात्मा गांधी बुनकर बीमा योजना और स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा प्रमुख सचिव स्तर पर करके इन योजनाओं का कार्यान्वयन करने वाली एजेिन्सयों की कार्य प्रणाली में सुधार लाया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिये हैं कि इन योजनाओं में पंजीकृत अस्पतालों में बुनकरों को उपलब्ध करायी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावी ढ़ंग से लागू किया जाय। आई.सी.आई.सी.आई. लोम्बार्ड एवं अन्य एजेिन्सयों के स्तर पर लिम्बत प्रार्थना पत्रों तथा दावों का निस्तारण शीघ्र कराया जाय।
वस्त्रोद्योग मन्त्री ने हथकरघा निगम एवं यूपिका के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि प्रमुख सचिव के माध्यम से प्रबन्ध निदेशक यह सूचना प्रस्तुत करें कि कितने शोरूम ऐसे हैं जिनके द्वारा अब तक लाभ कमाया गया है अथवा लाभ हानि बराबर है। दूसरी सूची ऐसे शोरूम की तैयार की जाय जो जनवरी 2011 तक लाभ पर आ जायेंगे अथवा लाभ हानि बराबर पर। तीसरी सूची ऐसे शोरूम की तैयार की जाय जो पिछले तीन वषोZं के आधार पर लाभ हानि बराबर आने की स्थिति में नहीं है। इन शोरूमों में देख लिया जाय कि कितने शोरूम ऐसे हैं जो किराये के भवन पर चल रहे हैं और कितने ऐसे हैं जो यूपिका हथकरघा निगम की अपनी सम्पत्ति हैर्षोर्षो इन शोरूमों को बन्द करने पर विचार किया जाय और इनमें लगे हुए कर्मचारियों को दूसरे शोरूमों में लगाने पर विचार किया जाय।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में जिला स्तरीय 48 प्रदर्शनियों में से 32 प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया है। मान्यवर कांशीराम जी राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना में प्राप्त हुए पत्रों का परीक्षण कराते हुए समिति की बैठक में अन्तिम निर्णय लिया जाय। यूपिका एवं हथकरघा निगम का बहुत सा माल अनिस्तारित पड़ा हुआ है। इसकी सूची बनाते हुए इसके निस्तारण की समय सीमा निर्धारित की जाय। शासन से स्वीकृत सम्पत्तियों के विक्रय की वर्तमान स्थिति से अवगत होते हुए उन्होंने निर्देश दिये कि ऐसी परिसम्पत्तियां जो विभाग के उपयोग में नहीं आ रही है और जिनका कोई उपयोग नहीं पा रहा है तथा अतिक्रमण होने की सम्भावना बनी हुई है इन परिसम्पत्तियों के निस्तारण हेतु शासन को प्रस्ताव भेजा जाय। शासन ने जिन सम्पत्तियों के विक्रय की अनुमति दी है उनके विक्रय में तेजी लाई जाय।
बैठक में बताया गया कि सूती एवं रेशमी धागों की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार द्वारा चीन से रेशम के धागों को आयात करके प्रदेश को उपलब्ध कराये जाने की कार्यवाही हेतु भारत सरकार को पत्र लिखा जाय और वाराणसी क्षेत्र में लगभग पूर्ण होने वाले सर्वेक्षण के कार्य को एक बार पुन: इस दृष्टि से देख लिया जाय कि कोई पात्र बुनकर सर्वेक्षण में छूट तो नहीं गया हैर्षोर्षो
बैठक में प्रमुख सचिव हथकरघा एवं लघु उद्योग श्री श्रीकृष्ण, निदेशक हथकरघा श्री दिनेश सक्सेना के अतिरिक्त अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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