भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे बसपाई नेताओं के गैेंग में शामिल वहशी दरिन्दोें के कृत्यों से प्रदेश में महिलाओं की आबरू सुरक्षित नहीं रह गई है। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा है कि मुख्यमन्त्री स्पष्ट करें कि आखिर प्रदेश में महिलाओं के साथ हुई बलात्कार की चर्चित घटनाओं के अधिकत्तर मामलों में बसपा के मन्त्री विधायक एवं उसके नेताओं के ही नाम क्यों सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतन्त्र की विडम्बना है कि दलित मुख्यमन्त्री के कार्यकाल में ही दलित बहू बेटियॉं ही सर्वाधिक अत्याचार व अनाचार की शिकार बनी। श्री पाठक ने बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही कल बॉन्दा में बसपा विधायक की अराजकता की शिकार बनी दलित युवती के घर जायेंगे।
प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आज पत्रकारों से वार्ता में कहा कि प्रदेश में गुण्डा राज के खात्मे के नाम पर सत्ता में आयी बसपा के राज में जनता भयभीत हो उठी। सत्ता पर काबिज होते ही बसपा में शामिल तत्वों ने अपनी कारगुजारियों से पूरे प्रदेश में जनता पर कहर बरपाना शुरू कर दिया। श्री पाठक बसपा राज में दलित युवतियों-महिलाओं के साथ हुई बलात्कार व हत्या की घटनाओं का जिक्र करते हुये कहा कि रमाबाई नगर का चर्चित वन्दना काण्ड, उन्नाव की कविता रावत, हरदोई साहबाद की प्रियंका व गौसाईगंज सुलतानपुर के मंगरूराम की दस वषीZय बेटी के साथ हुई घटनाओं ने लोगों को दहला दिया है। आश्चर्य की बात यह है कि इन सभी घटनाओं का अंजाम देने वाले अपराधी किसी न किसी रूप में सत्तारूढ़ बसपा से ही जुडे़ हुये निकले।
श्री पाठक ने कहा कि अब एक नया मामला नरेनी बान्दा का सामने आया है जहां सत्ता की मदहोशी में बीसपी विधायक द्वारा युवती को बंधक बनाकर बलातकार किया गया बाद में उसे पुलिस की मिली-भगत से फर्जी मामले में फंसाने का षडयन्त्र रचा गया। जबकि दुसरा प्रकरण हरदोई के थाना कोतवाली ग्राम अटवॉं का है।जहां सन्तोष पाण्डेय की बेटी को सरेआम अगवा कर लिया गया लेकिन घटना के 10 दिन से भी ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद अभी तक न तो अगवा बेटी मिल पाई है और न ही आरोपियों के विरूद्ध कारवाई हो सकी है। प्रदेश प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि बसपा के मन्त्री, विधायक व नेता बेखोफ होकर महिलाओं के साथ अमानवीय कृत्यों को अंजाम दे रहे हैं। जब इनकी कारगुजारियां सामने आ जाती है तो सत्ता के दबाव में प्रकरण को लीपापोती कर बन्द कर दिया जाता है।
श्री पाठक ने बसपा सूप्रीमों से कहा कि वह स्पष्ट करें कि फैेेजाबाद के चर्चित शशि अपहरण काण्ड में मन्त्री आनन्द सेन का नाम क्यों आया, उ0प्र0 अनु0 जाति जनजाति आयोग के अध्यध श्रीनाथ व मत्स्य विकास निगम के अध्यक्ष राममोहन गर्ग को अलग-अलग प्रकरणों में महिलाओं के साथ की गई कारगुजारियों के कारण पद से तो हटा दिया गया परन्तु उनके विरूद्ध क्या कोई कानूनी कार्यवाही की गई
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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