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लखनऊ, मथुरा, नोएडा तथा गाजियाबाद में पान मसाला निर्माण एवं बिक्री करने वाली 10 फर्मों पर की गई प्रर्वतन कार्यवाही

Posted on 30 December 2010 by admin

वाणिज्य कर विभाग की प्रवर्तन इकाईयों ने चार जिलों में चालू वित्तीय वर्ष के पहले नौ महीनों  में 19 अरब 45 करोड़ रूपये का अपवंचित टर्न ओवर पकड़ा

वाणिज्य कर विभाग की प्रर्वतन इकाईयों ने प्रदेश के चार जिलों यथा लखनऊ, मथुरा, नोएडा तथा गाजियाबाद में पान मसाला निर्माण एवं बिक्री करने वाली 10 फर्मो पर की गई प्रर्वतन कार्यवाही के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2010-11 के प्रथम 9 माह में लगभग 19 अरब 45 करोड़ रूपये का अपवंचित टर्न ओवर पकड़ा है। इस टर्न ओवर पर वाणिज्य कर की देयता लगभग 03 अरब 34 करोड़ रूपये बनती है। इन फर्मों की सघन जांच जारी है, जिसमें अरबों रूपये का वाणिज्य कर अपवंचन प्रकाश में आने की सम्भावना है।

यह जानकारी आज वाणिज्य कर विभाग के प्रवक्ताा ने दी। उन्होंने बताया कि पान मसाला निर्माण एवं बिक्री में लगी इन फर्मों के विगत वित्तीय वषोZं के कारोबार की जांच की करायी जा रही है, जिसमें अरबों रूपयों का वाणिज्य कर अपवंचन प्रकाश में आने की सम्भावना है।

प्रवक्ता ने बताया कि वाणिज्य कर विभाग के द्वारा गत महीने कानपुर में सुपाडी के स्टाक पर आकिस्मक छापा मारकर लगभग 10 करोड मूल्य की सुपाडी पकडी गई थी। इसी क्रम में विभाग को विभिन्न श्रोतों से सूचना प्राप्त हो रही थी कि पान मसाला निर्माता अपने यहॉ स्थापित मशीनों/इकाइयों के द्वारा निर्मित किए जा रहे पाउच की मात्रा प्रति मशीन के हिसाब से कम दिखाते हुए अपने कुल विक्रय धन के बडे हिस्से को छिपाते हैं एवं प्रदेश सरकार को देय टैक्स की चोरी करते हैं। इन सूचनाओं के आधार पर  विभाग द्वारा प्रदेश के चार जनपदों यथा-लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद एवं मथुरा के प्रसिद्ध पान मसाला निर्माता इकाइयों के यहॉ एक साथ योजनाबद्ध तरीके से आकिस्मक रूप से छापा मारा गया।

जनपद लखनऊ में सात टीमें जिसमें लगभग 100 अधिकारियों एवं तीन कम्पनी पी0ए0सी0 तथा जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी एवं पुलिस कर्मी उपस्थित थे, के साथ छापा मारा गया। समस्त टीमों के साथ वीडियो कैमरा की भी उपलब्धता थी। इसी प्रकार की कार्यवाही जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से जनपद मथुरा, नोएडा एवं गाजियाबाद में भी की गई।

पान मसाला निर्माता इकाइयों में उपलब्ध समस्त अभिलेखों का गहन परीक्षण किया। कई इकाइयों द्वारा कम्प्यूटर में लेखा जोखा रखा जाता है उसका भी गहन अनुश्रवण एवं परीक्षण करके वॉछित अभिलेखों को अपने कब्जे में लिया।

लखनऊ स्थित इकाइयों में मै0 के0पी0 पान प्रोडक्ट प्रा0 लि0 में कुल 84 मशीने चलती हुई पायी गईं। इस फर्म में विगत वित्तीय वर्ष में लगभग 265 करोड़ की ही बिक्री  दिखायी गई है जबकि चलती मशीनों की संख्या, वर्ष के उत्पादन के दिन लगभग 350, प्रतिदिन लगभग 20 घण्टे उत्पादन के समय, लगभग प्रति मिनट 310 पाउचों का उत्पादन मौके पर पाया गया जबकि उनके द्वारा लगभग आधे से कम उत्पादन एवं बिक्री दिखायी जाती है। इसी प्रकार अन्य फर्मो मै0 श्याम ट्रेडर्स में 42 मशीनें चलती हुई पायी गई। मशीनों को चलवार देखने पर पाया गया कि प्रति मिनट लगभग 325 पाउचों का उत्पादन होता है। मै0 पटेल पान प्रोडक्ट में कुल 20 मशीनें चलती पायी गई। इकाई में मशीनों को चलवाकर गिनने पर पाया गयाा कि प्रति मिनट लगभग 325 पाउच का उत्पादन होता है जबकि निर्माता द्वारा इससे कहीं अधिक कम उत्पादन एवं बिक्री दिखायी जा रही है। ऑकड़ों के आधार पर एवं अधिकारियों द्वारा की गई जॉच के विश्लेषण से यह पाया गया कि जितना पान मसाला का उत्पादन हुआ वर्तमान वित्तीय वर्ष के मात्र 9 महीनों में इकाइयों द्वारा लगभग 13 अरब रू0 की बिक्री को छिपाया गया है, जिसकी बिक्री पर लगभग 240 करोड़ की कर देयता बनती, जो कि नहीं प्राप्त हुआ।

प्रवक्ता ने बताया कि इसी प्रकार गाजियाबाद में के0पी0 पान मसाला की दो यूनिटों का निरीक्षण किया गया जिस स्पष्ट हुआ कि इसी वित्तीय वर्ष में अब तक लगभग 450 करोड का टर्नओवर छिपाया गया है, जिस पर अपवंचित कर रू0 83.25 करोड़ आता है। यहॉ यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले तीन वषोZ का परीक्षण करने पर कई गुना कर चोरी प्रकाश में आने की संभावना है।

वाणिज्यकर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मथुरा में तीन फर्मो सर्वश्री एम0आर0 फ्रैगनेंसेस प्रा0 लि0, गिरिराज सुपाडी ट्रेडर्स तथा राधरानी ट्रेडिंग कम्पनी  की जॉच पर लगभग 9.38 करोड़ की कर चोरी प्रकाश में आयी है। इसी प्रकार नोएडा में मै0 धर्मपाल सत्यपाल लि0 की जॉच पर प्रथम दृष्टया 20 करोड़ का अपवंचित टर्न-ओवर प्रकाश में आया है जिस पर लगभग 37 लाख रू0 की टैक्स चोरी प्रकाश में आयी है।

प्रवक्ता ने बताया कि इसके अतिरिक्त इसी माह श्रंखलाबद्ध तरीके से 3-4 निर्माता फर्मों की जांच करायी गई थी, जिसमें भी लगभग दो अरब रूपये का अपवंचित टर्न-ओवर प्रकाश में आया था तथा विगत वषोZं के कर निर्धारण के फलस्वरूप भी कई अरब का अपवंचित टर्नओवर  प्रकाश में आना सम्भावित है। इन फर्मों में मे0 शिमला गोमती पान प्रोजेक्ट ऐशबाग लखनऊ, मे0 फूलचन्द सेल्स कारपोरेशन 24, बताशा वाली गली, अमीनाबाद एवं मे0 ए0एम0पी0 प्रोडक्ट मोहन लाल गंज, लखनऊ आदि शामिल हैं। इसी माह कुछ पान मसाला गुटका की ट्रेडिंग फर्मों की भी जांच करायी गई है। विभाग द्वारा जॉच जारी है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के आंकडे जो जॉच में विभाग के सामने आए हैं उनमें जिन इकाइयों की जॉच हुई है लगभग 334 करोड़ रू0 का कर अपवंचन प्रकाश में आया है। इन्हीं आंकडों के आधार पर पीछे के तीन वषोZ का यदि विश्लेषण किया जाए तो कर अपवंचन की धनराशि 1000 करोड रू0 तक हो सकती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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