भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्म दिन की पूर्व संध्या पर पार्टी के महानगर के कार्यकर्ताओं द्वारा आज अनेक भब्य कार्यक्रम आयोजित किये गये। इिन्दरानगर, आम्रपाली चौराहे पर हीरो बाजपेई, जयपाल सिंह, डा0 महेन्द्र सिंह, अमित पुरी, चन्द्रन सिंह नेगी, नरेन्द्र देवड़ी, त्रिलोक अधिकारी, दिनेश दुबे आदि प्रमुख कार्यकर्ताओं द्वारा अटल जी के उत्तम स्वास्थ्य और सतायु होने के संकल्प के साथ एक यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष श्री सूर्य प्रताप शाही, संगठन मन्त्री अशोक तिवारी, मीडिया प्रभारी हरीशचन्द्र श्रीवास्तव, सहमीडिया प्रभारी दिलीप श्रीवास्तव अनेक कार्यकर्ताअों तथा सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम का संबोधित करते हुये प्रदेश अध्यक्ष ने अटल जी को एक महान् नेता, भविष्य दृष्टा और हरदिल अजीज प्रतीभा के धनी और हम सभी की पे्ररणा के श्रोत बताया। श्री शाही ने अटल जी के 87वें जन्मदिन के पूर्व संध्या पर उनके उत्तम स्वास्थ्य और सतायु होने की परमात्मा से प्रार्थना की।
अटल जी के जन्म दिन की पूर्व संध्या पर होने वाले कार्यक्रमों की श्रंखला में कैण्ट क्षेत्र के विधायक सुरेश तिवारी के नेतृत्व में चन्दरनगर,आलमबाग में एक भब्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आलमबाग के भाजपा कार्यकर्ताओं ने अटल जी की सतायु की कामना के लिये 5 कुण्डी यज्ञ, गरीबों को दवा एवं फल वितरण के अतिरिक्त 87 किग्रा0 का मिल्क केक बांटे जाने का कार्यक्रम किया। इसमें हजारों की संख्या में लोगोें ने भाग लिया।
प्रमुख वक्ता के रूप में भाजपा के वरिष्ठ नेता सांसद लालजी टण्डन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि जिस तरह से तुलसीदास जी ने लिखा है कि राम ते अधिक राम कर नामा, उसी तरह से अटल से एक ऐसे महान् नेता हैं जिनका नाम पूरी दुनिया में बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। उन्होंने अटल जी को सत्त ऊर्जा और पे्ररणा का स्रोत बताते हुये उनके सतायु और दीघाZयु की कामना करते हुये अपनी शुभकामना दी।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि अटल जी की पहचान 1957 से ही देश की समस्याओं पर एक प्रखर एवं स्पष्टवादी वक्ता के रूप में समूचे देश में लोग जानने लगे। 1962 के चीन युद्ध के पश््चात लोकसभा में अटल जी की बहस को सुनकर तत्तकालीन प्रधानमन्त्री पं0 नेहरू जी ने अटल जी को भविष्य का प्रधानमन्त्री बताया था। शिमला समझौता का भी अटल जी ने प्रबल विरोध किया था ओैर कहा था कि भारत की सेना तो जीत
गई लेकिन सरकार हार गई। उन्होंने सेना द्वारा पाकिस्तान की जीती जमीन वापस किये जाने और पाकिस्तान के कब्जे वाली भारत की जमीन को वापस न लिय जाने का प्रबल विरोध किया था। श्री शाही ने कहा कि अटल जी एक ऐसे महान नेता हैं जिन्होंने विदेश मन्त्री के रूप में राष्ट्र भाषा हिन्दी का गौरव दुनिया में कायम किया। उनकी नेतृत्व क्षमता और काबलियत के कारण ही नरसिम्हाराव ने कश्मीर मुद्दे पर भारतीय प्रतिनिधि मण्डल का नेतृत्व अटल जी के हाथों में दिया। श्री शाही ने कहा कि जहां एक तरफ पोखरण विस्फोट कर भारत को परमाणु शक्ति संमपन्न राष्ट्रों की श्रेणी में भारत को खड़ा किया वहीं अटल जी की ईमानदारी का नतीजा था की 6 साल के उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार और मंहगाई पर अंकुश था। विकास कार्य तीव्र गति से हो रहे थे। उनकी लोकप्रियता की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि आज जब उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं हेै तो भी सर्वेक्षणों में सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में उनकी छवि पूरी दुनिया में है। उन्होंने कहा कि हम प्रत्यक्ष रूप से महसूस करते हैं कि उनका आशीर्वाद हमेशा हम लोगों के साथ छाया की तरह रहता है। सामाजिक जीवन में कार्य करने वाले लोगों के लिये अटल जी का व्यक्तित्व, कृतित्व और जीवन शैली पे्ररणा के सूत्र हैं। इस कार्यक्रम में प्रमुख नेताओं में महापौर डा0 दिनेश शर्मा, महामन्त्री विन्ध्यवासिनी कुमार, प्रदेश मन्त्री आशुतोष टण्टन, सन्तोष सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी नरेन्द्र सिंह राणा, अनु0 मोर्चो के राष्ट्रीय महामन्त्री दिवाकर सेठ, महानगर अध्यक्ष नीरज गुप्ता, जिलाध्यक्ष दिनेश तिवारी, महेन्द्र सिंह किसान मोर्चे महामन्त्री दिनेश दुबे, मान सिंह, राजीव मिश्रा, सभासद राम कुमार जायसवाल, हरशरण लाल गुप्ता, गोविन्द पाण्डेय आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे।
इस श्रंखला में तीसरा कार्यक्रम मध्य क्षेत्र के विधायक श्री सुरेश श्रीवास्तव के संयोजक्त्व में राजाजीपुर लखनऊ में भंजन संध्या का कार्यक्रम है जिसमें वरिष्ठ नेता एवं सांसद लालजी टण्डन, एवं प्रमुख नेतागण भाग लेंगें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com