ई0डी0पी0 के मद में प्राप्त धनराशि को शीघ्र जनपदों में भेजने के निर्देश
लघु उद्योग विभाग की मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न
उत्तर प्रदेश के लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री श्री चन्द्रदेव राम यादव ने प्रदेश में उद्यमों की स्थापना में गत वर्ष की तुलना में लगभग 67 प्रतिशत, पूंजी निवेश में 83 प्रतिशत और रोजगार सृजन में 92 प्रतिशत की इस वित्तीय वर्ष में हुयी वृद्धि का संज्ञान लेते हुये सभी अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि इन तीनों क्षेत्रों में उद्यमियों को प्रेरित करके और अच्छी प्रगति सुनिश्चित की जाये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इन तीनों क्षेत्रों में महिलाओं, अनुसूचित जाति/जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग के उद्यमियों को विशेष सम्पर्क के माध्यम से उद्यम लगाने हेतु प्रेरित करें।
श्री यादव कल यहॉ पिकप भवन स्थित सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ विभाग के कार्यों की मासिक समीक्षा कर रहे थे। बैठक में प्रमुख सचिव लघु उद्योग श्री श्रीकृष्ण के अतिरिक्त आयुक्त एवं निदेशक मोहम्मद इतिखारूद्दीन एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना की समीक्षा करते हुये लघु उद्योग मंत्री ने बैंकों में भेजे गये प्रार्थना पत्रों मे अनुसूचित जाति/ जनजाति का प्रतिशत बहुत कम होने का संज्ञान लेते हुये निर्देश दिये कि इसे 25 प्रतिशत तक बढ़ाया जाये। इस योजना में अल्पसंख्यकों, महिलाओं और विकलांग उद्यमियों की कम संख्या पर असंतोष व्यक्त करते हुये उन्होंने सभी जिला उद्योग केन्द्रों के महाप्रबंधकों को निर्देश दिये कि विशेष प्रयास करके समाज के इन वर्गों के उद्यमियों की सहायता करने की पहल की जाये। भारत सरकार से इस योजना के प्रसार-प्रचार और उद्यमिता विकास कार्यक्रम ई0डी0पी0 की मद में प्राप्त धनराशि को शीघ्र जनपदों को भेजते हुये दोनो कार्यों में प्रगति लायी जाये।
अनुसूचित जाति/जनजाति के व्यक्तियों के लिये प्रशिक्षण योजना की प्रगति में और अधिक उपलब्धि लाने हेतु निदेशक को लघु उद्योग मंत्री ने निर्देशित किया कि वे इस वर्ग से संबंधित प्रशिक्षण की सभी योजनाओं की समीक्षा करें और ऐसे जनपदों को चिन्हित करें, जहॉ पर इस कार्य में अधिकारी द्वारा शिथिलता बरती गयी हो। उन्होंने ऐसे अधिकारियों को दण्डित करने के भी निर्देश दिये।
तकनीकी उन्नयन योजना और विशिष्ट शिल्पकारों के लिये पेंशन योजना की अवशेष धनराशि को शीघ्र व्यय किये जाने के निर्देश भी उन्होंने
दिये। बैठक में वाराणसी, मिर्जापुर, मेरठ और बुलन्दशहर की क्लस्टर योजना की समीक्षा के दौरान इन क्लस्टरों से संबंधित संयुक्त निदेशक और महाप्रबंधकों को विशेष प्रयास करके अवशेष कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिये गये। क्लस्टर योजना के अंतर्गत कई जनपदों में चल रहे सॉट इन्टरवेंशन के कार्यक्रमों में तेजी लाने को भी कहा गया। त्वरित निर्यात विकास प्रोत्साहन योजना के लम्बित दावों के शीघ्र निस्तारण के भी निर्देश बैठक में दिये गये।
लघु उद्योग निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुये श्री यादव ने कहा कि गृह विभाग को की जा रही सामग्रियों की आपूर्ति इस माह के अंत तक पूरी की जाये। इसी प्रकार सिंचाई विभाग, पावर कारपोरेशन, भारत सरकार रक्षा मंत्रालय, प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग, महिला कल्याण एवं अन्य विभागों को चिन्हित करते हुये विभिन्न प्रकार की सामग्रियों की आपूर्ति के आदेश प्राप्त किये जायें। इन सामग्रियों से संबंधित आपूर्ति आदेश प्राप्त करने में यदि कोई कठिनाई हो तो प्रमुख सचिव और विभागीय मंत्री से सहयोग लिया जाये।
वार्षिक लक्ष्य 600 करोड़ के सापेक्ष अब तक 365 करोड़ की उपलब्धि को संज्ञान लेते हुये श्री यादव ने निर्देश दिये कि लक्ष्य से अधिक उपलब्धि सुनिश्चित करने हेतु प्रबंध निदेशक एवं महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी विशेष प्रयास करें।
समीक्षा के दौरान यह भी संज्ञान में आया कि निगम ने कई विभागों को सामग्री की आपूर्ति कर रखी है लेकिन धनराशि का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है। लघु उद्योग मंत्री ने निर्देश दिया है कि विशेष प्रयास करके विभिन्न विभागों पर देय धनराशि प्राप्त की जाये। विधिक मामलों की समीक्षा करते हुये मंत्री ने ऐसे लम्बित मामलों में प्रतिशपथ-पत्र दाखिल करने के निर्देश दिये हैं, जिनमें अभी तक प्रतिशपथ-पत्र दाखिल नहीं हुये हैं।
निर्यात निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुए श्री यादव ने कहा कि निर्यात निगम में नवम्बर तक 2-56 लाख रूपये का लाभ हुआ है। इस लाभ को बढ़ाये जाने हेतु उन्होंने कहा कि प्रबन्ध निदेशक इसकी स्वयं समीक्षा करें और यह देखें कि जिन शो-रूम्स में सेल और रिटर्न योजना का यािन्वयन ठीक प्रकार से नहीं हो रहा है उनमें सुधार लाने हेतु प्रभावी कदम उठायें। निगम की निष्प्रयोज्य सम्पत्तियों की प्रबन्ध निदेशक गहन समीक्षा करें और इनके नियमानुसार निस्तारण में शीघ्रता लायें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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