लखनऊ समाजवादी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोश्ठ के जिलाध्यक्षों की बैठक ने प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार द्वारा सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्र आयेाग की सिफारिशें लागू करने में हीलाहवाली और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बावजूद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक चरित्र बहाल न किए जाने की निन्दा की है। बैठक में केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा अल्पसंख्यकों के विरूद्ध फर्जी केस लगाने तथा उन्हें आतंकवादी बताने की कोशिशों पर एतराज जताते हुए इसके विरोध में संघशZ का निर्णय लिया गया है। बैठक ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ को बहाल किए जाने की भी मांग की है।
अल्पसंख्यक प्रकोश्ठ की बैठक को सम्बोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष, विधान परिशद श्री अहमद हसन एवं प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि केन्द्र और राज्य की सरकारों का अल्पसंख्यकों के प्रति रवैया ठीक नहीं है। अल्पसंख्यकों की संस्थाओं के प्रति उपेक्षा बरती जा रही है। सरकारी बदनीयती के चलते हथकरघा उद्योग चौपट हो गया है। उन्होने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने अल्पसंख्यकों के हितों का हमेशा ध्यान रखा है और उन्हें शिक्षा तथा रोजगार में मदद दी है। बसपा राज में उनका उत्पीड़न हो रहा है। उन्हें न सम्मान मिल रहा है, न रोजगार।
बैठक में अल्पसंख्यक प्रकोश्ठ के संगठन का विस्तार करने और समाजवादी पार्टी के 2012 में सरकार बनाने के लक्ष्य की पूर्ति के लिए एकजुटता से प्रयास करने का भी संकल्प लिया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष श्री रियाज अहमद,विधायक ने की। उन्होने बाबरी मिस्जद के सम्बंध में श्री मुलायम सिंह यादव के बयान एवं मुस्लिमों के हित में सरकार में रहते उनके कार्यो की प्रशंसा की।
बैठक में सर्वश्री श्री ‘याद अली,पूर्व विधायक व प्रदेश उपाध्यक्ष, मुनीर अहमद, सैयद सूफी नसीर अली, ‘ाकील अहमद खां, ‘ामीम अहमद सिद्दीकी, अलीम किदवई, इरशाद अहमद, सैयद नूरूल हसन बाबा, श्रीमती निर्मला वाल्टर, सरदार कुलवन्त सिंह, फैय्याज अहमद, दिलशाद राईन, अतीक अहमद आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com