उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने केन्द्रीय गृहमन्त्री श्री पी0 चिदम्बरम द्वारा दिल्ली में बढ़ते अपराध के लिए बाहरी लोगों को जिम्मेदार ठहराये जाने सम्बंधी आज दिये गये बयान को गैर जिम्मेदाराना एवं दुर्भावना पूर्ण बताया है। उन्होंने कहा है कि केन्द्रीय गृहमन्त्री को इस बयान के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा है कि दिल्ली देश की राजधानी है। यहां पूरे देश के लोगों आने एवं रहने का बराबर का अधिकार है। उन्होंने कहा कि श्री चिदम्बरम उत्तर भारतीयों को लेकर अन्य गैर जिम्मेदार लोगों की तरह बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि श्री चिदम्बरम अपनी कमजोरियों पर परदा डालने के लिए इस तरह का बयान दे रहे हैं।
सुश्री मायावती जी ने कहा है कि देश एवं ज्यादातर राज्यों में सत्ता में रही कांग्रेस पार्टी की सरकारों की गरीब एवं मजदूर विरोधी नीतियों के कारण उत्तरी राज्यों से रोजी-रोटी की तलाश में बड़ी संख्या में लोगों का पलायन दिल्ली एवं अन्य महानगरों में हुआ। उन्होंने कहा कि दिल्ली तथा अन्य महानगरों के विकास और उनकी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देने के बावजूद उत्तर भारतीयों को प्राय: दूसरे राज्यों में अपमानित होना पड़ता है। उन्होंने इसके लिए कांग्रेस सरकारों को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि केन्द्रीय गृहमन्त्री को अपना बयान देने से पहले इन तथ्यों की तरफ ध्यान देना चाहिए था।
सुश्री मायावती जी ने कहा है कि सभी जानते है कि दिल्ली राज्य में कानून-व्यवस्था और अपराध नियन्त्रण केन्द्रीय गृह मन्त्रालय के अधीन है। इसलिए यदि आज दिल्ली में अपराध बढ़ रहे हैं तो ऐसी स्थिति में गृहमन्त्री द्वारा अपनी कमजोरी को छिपाने के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को दोषी ठहराया जाना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यू0पी0 और बिहार के लोग श्री चिदम्बरम को इस तरह के बयान के लिए कभी माफ नही करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com