कर्नाटक सरकार इस अमानवीय प्रथा को तत्काल प्रतिबंधित करे-माननीया मुख्यमन्त्री जी
उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने कर्नाटक में आस्था के नाम पर अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा जूठे पत्तलों पर लोट लगाये जाने की प्रथा की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए, इस पर तत्काल प्रतिबंध लगाये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि चर्म रोगों के उपचार के नाम पर इस प्रथा का जारी रहना अमानवीय और अपमानजनक है, इसलिए कर्नाटक राज्य की सरकार को इस अमानवीय प्रथा को तत्काल प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कर्नाटक में जारी प्रथा को भारतीय संविधान के समानता के अधिकारों के विपरीत बताते हुए कहा कि इलाज के बहाने जातिवादी मानसिकता में जकड़े हुए तत्व अनुसूचित जाति के लोगों की गरिमा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दलितों का सामाजिक शोषण करने वाली इस प्रथा के बारे में जानकारी होने पर यह विश्वास नहीं होता कि यह घृणित कार्य स्वतन्त्र भारत में 21वीं सदी के दौरान भी बेरोक-टोक जारी है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि यह प्रथा न केवल अमानवीय है अपितु भारतीय संविधान की मूल भावना के पूर्णत: प्रतिकूल है। इसलिए कर्नाटक राज्य की सरकार को इस अमानुषिक प्रथा को अविलम्ब प्रतिबंधित कर अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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