सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित भव्य `मेधावी छात्र सम्मान समारोह´ में सिटी मोन्टेसरी स्कूल ने अपने मेधावी छात्रों का सम्मान किया। इस अवसर पर आई.एस.सी. एवं आई.सी.एस.ई. कम्परेटिव परीक्षा की अन्तरशाखा मेरिट सूची में टाप करने वाले टॉपर छात्रों को विशेष रूप से पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया, साथ ही देश-विदेश में विद्यालय का नाम गौरवािन्वत करने वाले मेधावी छात्रों को भी सम्मानित किया गया। इस भव्य समारोह में आई.सी.एस.ई. (कक्षा-10) की द्वितीय अन्तर-शाखा तुलनात्मक परीक्षा में सर्वाधिक 95.11 प्रतिशत अंक अर्जित करने वाली सी.एम.एस. गोमती नगर की छात्रा तान्या झा एवं आई.एस.सी. (कक्षा-12) की अन्तर-शाखा तुलनात्मक परीक्षा में सर्वाधिक 91.64 प्रतिशत अंक अर्जित करने वाली सी.एम.एस. गोमती नगर की छात्रा कृतिका सेन को विशेष रूप से पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया तथापि इन मेधावी छात्राओं की माताजी को फलों व फूलों से तौलकर “रानी मां´´ की उपाधि से सम्मानित किया गया एवं इनके पिताजी व टीचर-गार्जियन को भी सम्मानित किया गया।
इस भव्य सम्मान समारोह में आई.एस.सी. व आई.सी.एस.ई. की अन्तर-शाखा तुलनात्मक परीक्षा की मेरिट सूची में प्रथम दस स्थानों पर रहे छात्रों को भी पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया। इसके अलावा नेशनल टैलेन्ट सर्च की मुख्य परीक्षा में चयनित 19 छात्रों तथा विभिन्न देशों में आयोजित शैक्षिक आयोजनों में प्रतिभाग करके लौटे छात्र दलों को सम्मानित किया गया। इन छात्र दलों में नेपाल में आयोजित इण्टरनेशनल स्टूडेन्टस क्वालिटी कन्ट्रोल सिर्कल में भाग लेकर सी.एम.एस. कानपुर रोड के छात्र दल, जापान में आयोजित इण्टरनेशनल साइंस फेयर में प्रतिभाग करके लौटे सी.एम.एस. राजाजीपुरम एवं सी.एम.एस. महानगर के छात्र दल शामिल हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न शैक्षिक प्रतियोगिताओं के विजेता छात्रों का सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सी.एम.एस. की शैक्षिक सलाहकार डा. सुनीता गांधी एवं सी.एम.एस. क्वालिटी अश्योरेन्स विभाग की हेड सुश्री सुिष्मता बासु को भी सम्मानित किया गया जो कि अभी हाल ही में थाईलैण्ड में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय मॉन्टेसरी एजुकेशन सम्मेलन में प्रतिभाग कर स्वदेश लौटी हैं।
इस अवसर पर सी.एम.एस. के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए सी.एम.एस. संस्थापिका व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. (श्रीमती) भारती गांधी ने कहा कि सी.एम.एस. अपने छात्रों को ऐसी शिक्षा देने में प्रयासरत है जो उनमें वैज्ञानिक एवं मानव मात्र से प्रेम करने के विश्वव्यापी दृष्टिकोण को विकसित करें। आज के विश्व समाज में बच्चों के बौद्धिक विकास के साथ ही साथ उनके नैतिक एवं चारित्रिक गुणों का विकास करना अति आवश्यक है। अपने सम्बोधन में डा. (श्रीमती) गांधी ने सी.एम.एस. शिक्षकों के प्रति भी आभार व्यक्त किया जो कि छात्रों में सभी विषयों में उत्कृष्टता अर्जित करने की ललक उत्पन्न करने के साथ ही विश्व एकता एवं विश्व शान्ति की अखण्ड ज्योति जलाने में संलग्न है। इससे पहले इससे पहले समारोह का शुभारम्भ सी.एम.एस. कानपुर रोड द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना गान से हुआ।
सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. श्री जगदीश गांधी ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में सी.एम.एस. के मेधावी छात्रों को हादिZक बधाई देते हुए कहा कि अन्य छात्रों को भी इनका अनुकरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज अनेकों की संख्या में सी.एम.एस. छात्र देश-विदश में उच्च पदों पर स्थापित होकर समाज की सराहनीय सेवा कर रहें है क्योंकि वे कड़ी मेहनत के साथ ईश्वर पर भी अटूट आस्था रखते हैं। डा. गांधी ने कहा कि बच्चे हमारे पास विश्व की धरोहर हैं और उनके मस्तिष्क एक खाली स्लेट के समान हैं जिन पर हम जो लिख देंगे, उसकी छाप उनके मस्तिष्क पटल पर हमेशा बनी रहेगी। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम उन्हें ऐसे विचार दें जो भविष्य में न केवल उनके वरन समस्त समाज के स्वरूप को बेहतर बनाने में सहयोग करें। इसी बात को ध्यान में रखकर सी.एम.एस. छात्रों को तीनों प्रकार की शिक्षा प्रदान कर उन्हें विश्व नागरिक बनाने के कार्य में संलग्न हैं व समाज को बेहतर बनाने के एक विद्यालय के दायित्व को निभा रहा है। उन्होंने आशा जताई कि आज के ये मेधावी छात्र अवश्य ही एक बेहतर समाज के निर्माण का कार्य बखूबी करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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