उत्तराखण्ड के पिछड़ेपन के लिए कांग्रेस व बी0जे0पी0 पूरी तरह जिम्मेदार
बी0एस0पी0 ने सबसे पहले पृथक उत्तराखण्ड राज्य के गठन का समर्थन किया था
बी0एस0पी0 उत्तराखण्ड स्टेट यूनिट की समीक्षा बैठक सम्पन्न
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने उत्तराखण्ड की बी0एस0पी0 स्टेट यूनिट के प्रमुख पदाधिकारियों एवं जिम्मेदार लोगों के साथ आज यहां आयोजित एक बैठक में उत्तराखण्ड राज्य में हर स्तर पर पार्टी संगठन को मजबूत करने के सम्बंध में गहन विचार-विमर्श किया। बैठक के दौरान उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति का विश्लेषण करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड यूनिट के कार्यकर्ता तथा छोटे-बड़े सभी पदाधिकारी कड़ी मेहनत और लगन से काम करें ताकि उत्तराखण्ड में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाव में बी0एस0पी0 को अच्छी सफलता मिल सके।
बी0एस0पी0 की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 5 कालीदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर सम्पन्न हुई बैठक में भावी चुनावी रणनीति के संंबंध में भी विस्तार से विचार-विमर्श किया। उन्होंने संगठन की मजबूती और उत्तराखण्ड में बी0एस0पी0 के जनाधार को और व्यापक बनाये जाने के सम्बंध में पार्टी पदाधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिये। इस दौरान उन्होंने उत्तराखण्ड में पार्टी की विभिन्न कमेटियों के गठन की स्थिति की भी विस्तार से समीक्षा की।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड राज्य का गठन हुए दस वर्ष की अवधि बीत जाने के बावजूद, आज भी वहंा बड़े पैमाने पर आर्थिक एवं क्षेत्रीय पिछड़ापन मौजूद है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के पिछड़ेपन के लिए कांग्रेस पार्टी और बी0जे0पी0 पूरी तरह जिम्मेदार हैं, क्योंकि इस नवसृजित राज्य में यही दोनों पार्टियां ही सत्ता में रहीं हैं। इसलिये यह साफ हो गया है कि कांग्रेस और बी0जे0पी0 के शासनकाल में उत्तराखण्ड की जनता का भला होने वाला नहीं है।
बी0एस0पी0 की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी ही उत्तराखण्ड की जनता की सभी समस्याओं का समाधान कर सकती है क्योंकि बहुजन समाज पार्टी ने ही सबसे पहले पृथक उत्तराखण्ड राज्य के गठन का समर्थन किया था और उत्तर प्रदेश में उसकी सरकार ने इस आशय का प्रस्ताव राज्य विधानसभा से पारित कराया था। इसके अलावा वर्ष 1995 और 1997 में जब उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी का शासन था, तब इस पर्वतीय क्षेत्र का पूरा-पूरा ध्यान रखा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के तेजी से विकास एवं चुस्त प्रशासन के लिए उन्होंने उधमसिंह नगर, बागेश्वर, चम्पावत तथा रूद्रप्रयाग जनपदों का सृजन किया तथा इसी के साथ ही नयी तहसीले और विकास खण्ड भी बनाये थे। इसके अलावा वहां की कठिन परिस्थितियों को देखते हुए बड़े पैमाने पर अनेकों विकास कार्यों को अंजाम दिया था।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि उन्होंने सदैव उत्तराखण्ड की जनता के हितों की ओर पूरा ध्यान दिया है। यही कारण है कि इस वर्ष हरिद्वार में सम्पन्न कुम्भ मेले के लिए उत्तराखण्ड सरकार द्वारा पुलिस बल उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में किये गये अनुरोध को उनकी सरकार ने स्वीकृत करते हुए कुम्भ मेले के लिए 15 कम्पनी पी0ए0सी0 तथा 01 हजार आरक्षी नागरिक पुलिस आदि उपलब्ध कराये थे, ताकि उत्तराखण्ड के गठन के पश्चात वहां पर आयोजित होने वाला यह प्रथम कुम्भ मेला सकुशल सम्पन्न हो सके। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मेडिकल कालेजों में पी0जी0 डिप्लोमा प्रशिक्षण हेतु उनकी सरकार द्वारा 16 सीटें अगले पांच वषोZं तक उत्तराखण्ड को आवंटित की गई हैं, ताकि इस व्यवस्था से उत्तराखण्ड के चिकित्सक अपनी तकनीकी दक्षता में वृद्धि करके उत्तराखण्ड की जनता की बेहतर सेवा कर सकें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com