प्रदेश पुलिस ने अपनी कार्यकुशलता एवं कर्मठता से उपलब्धियां हासिल कर प्रदेश का गौरव बढ़ाया
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए पुलिस बल को हमेशा सजग रहने की जरूरत
उत्तर प्रदेश सरकार एक सशक्त, आधुनिक और दक्ष पुलिस बल के गठन के लिए पूरी तरह कटिबद्ध
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कांस्टेबल को 1900 रुपये से बढ़ाकर 2000 रुपये, हेड कांस्टेबल को 2000 रुपये से बढ़ाकर 2400 रुपये तथा ए0एस0आई0(एम0) को 2400 रुपये से बढ़ाकर 2800 रुपये का ग्र्रेड-पे स्वीकृत किया
उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर में आयोजित पुलिस अलंकरण समारोह में पदक प्राप्त करने वाले प्रदेश के 106 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हादिZक बधाई देते हुए आशा व्यक्त किया कि भविष्य में भी इनके द्वारा इसी प्रकार की मेहनत, लगन और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया जायेगा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी कार्यकुशलता एवं कर्मठता से इस वर्ष अनेकों उपलब्धियां हासिल की हैं और प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस को सदैव सजग रहने की जरूरत है, क्योंकि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर उनकी सरकार कोई समझौता नहीं करती।
माननीया मुख्यमन्त्री जी पुलिस अलंकरण समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि शौर्य, वीरता तथा कठिन परिश्रम से सराहनीय एवं विशिष्ट सेवा करने वाले सशस्त्र बलों के सदस्यों को पदक प्रदान करके, इन्हें प्रोत्साहित किये जाने की परम्परा है। यह प्रोत्साहन सशस्त्र बलों को अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों के जीवन और अधिकारों की रक्षा करने के लिए पे्ररित करता है। इस सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश पुलिस का भी गौरवशाली इतिहास रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस बल द्वारा न केवल प्रदेश की कानून-व्यवस्था एवं अपराध नियन्त्रण में सराहनीय योगदान दिया गया है, बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं पर भी सुरक्षा सुनिश्चित की है।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के सदस्यों ने संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वावधान में विदेशों में भी शान्ति व्यवस्था एवं अपराध नियन्त्रण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। देश के अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव के अलावा कुम्भ मेले तथा राष्ट्रमण्डल खेलों जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों में भी प्रदेश पुलिस के जवानों द्वारा अपनी दक्षता एवं कर्मठता का परिचय दिया। श्री रामजन्म भूमि-बाबरी मिस्जद के सम्बन्ध में आये फैसले के दौरान उनकी सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों तथा उसके अनुरूप पुलिस द्वारा की गई व्यवस्थाओं के कारण पूरे प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द बना रहा और कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कायम शान्तिपूर्ण स्थिति का ही यह नतीजा था कि देश के अन्य राज्यों में भी अमन चैन बना रहा।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि हाल में ही सम्पन्न हुए पंचायत चुनावों में उनकी सरकार ने बगैर केन्द्र सरकार की मदद के, इतनी विशाल जनसंख्या वाले प्रदेश में अपने ही संसाधनों से पंचायत चुनाव सकुशल सम्पन्न कराये और यह चुनाव विगत पंचायत चुनाव-2005 की अपेक्षा अधिक शान्तिपूर्ण रहा। निश्चित तौर पर यह एक बड़ी उपलब्धि है, जिसमें प्रदेश पुलिस का अत्यन्त महत्वपूर्ण योगदान है। इतना ही नहीं, प्रदेश पुलिस द्वारा दस्यु गिरोहों के विरूद्व प्रभावी कार्यवाही में भी अभूतपूर्व सफलता हासिल की गई है। प्रदेश में संगठित कुख्यात अपराधियों के विरूद्व की जा रही कार्यवाही में इस वर्ष 202 कुख्यात अपराधी, पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई कार्यवाही में मारे गये तथा 4000 से अधिक अपराधियों के विरूद्ध गिरोहबन्द अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई। इसके अलावा 600 से अधिक संगठित अपराधियों के विरूद्ध जमानत निरस्तीकरण की कार्यवाही की गई है तथा ऐसे अपराधियों की 1.50 अरब रूपये से अधिक की अवैध सम्पत्ति भी जब्त की गई।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि राष्ट्रविरोधी तत्वों के विरूद्ध पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही में 66 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 28 लाख रूपये से अधिक की जाली भारतीय मुद्रा बरामद की गई। अन्य राज्यों में भी हुई आतंकवादी घटनाओं में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी प्रदेश पुलिस द्वारा की गई है। उन्होंने कहा कि मई, 2007 में प्रदेश सरकार के गठन के तुरन्त बाद उन्होंने अपनी सरकार की प्राथमिकताओं के सम्बंध में सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिये थे। इसके तहत उनकी सरकार एक ऐसी बेहतरीन कानून-व्यवस्था चाहती है जो पूरी तरह अपराधमुक्त हो और जहां आमजनता, खासतौर से समाज के दबे-कुचले और कमजोर वगोंZ के अधिकारों की पूरी तरह रक्षा की जा सके।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश पुलिस को महिलाओं, अनुसूचित जाति/जनजाति के लोगों के खिलाफ होने वाले अपराधों तथा साम्प्रदायिक अथवा जातिगत तनाव से जुड़ी घटनाओं में तत्काल प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश दिये हैं। उनकी सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में महिला थानों के गठन के आदेश जारी कर महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए एक ऐसी पहल की है, जो पूरे देश के लिए एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पुलिस को समाज के कमजोर वर्गो के अधिकारों की रक्षा के लिए खासतौर पर तत्पर रहने के जो सख्त निर्देश दिये गये है, उसके बेहतर नतीजे मिल रहे हैं। यह सन्तोष की बात है कि अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति तथा महिलाओं के विरूद्व अपराधों में उल्लेखनीय कमी आयी है तथा गम्भीर अपराधों की संख्या भी घटी है।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि आप सभी लोग जानते हैं कि कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। एक अनुशासित, दक्ष एवं कर्तव्यनिष्ठ पुलिस बल अपराधमुक्त, अन्यायमुक्त, भयमुक्त, भ्रष्टाचारमुक्त और विकासयुक्त वातावरण के निर्माण की दिशा में बेहद उपयोगी सिद्ध हो सकता है। उनकी सरकार ने पुलिस बल को और प्रभावी बनाने के लिए पूरे देश में सबसे अधिक पदों का सृजन किया है तथा पुलिस भर्ती में महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में 35000 आरक्षियों का चयन पूर्ण पारदर्शिता से किया गया, जिसकी सराहना पूरे देश में की गई है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार एक सशक्त, आधुनिक और दक्ष पुलिस बल के गठन के लिए पूरी तरह कटिबद्व है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी थानों में कम्प्यूटर स्थापित करने तथा उन्हें आपस में जोड़े जाने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए प्रशिक्षण उपकरणों, अस्त्र-शस्त्र, संचार व दंगा निरोधी यन्त्र आदि के लिए 147 करोड़ रूपये की वित्तीय स्वीकृतियां भी जारी की गई हैं। इसी के साथ पुलिस बल के राजपत्रित अधिकारियों के कैडर के पुनरीक्षण का कार्य कराया जा रहा है, ताकि पुलिस बल और सशक्त हो सके। प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस बल को अपने कार्य में दक्ष बनाने हेतु प्रशिक्षण संस्थानों तथा विधि विज्ञान प्रयोगशालाओं को उच्चीकृत करने की कार्यवाही की जा रही है। इन प्रयासों का सकारात्मक प्रभाव पुलिस के कार्याें पर पड़ेगा और इसका लाभ पूरे समाज को मिल सकेगा।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि उनकी सरकार ने पुलिस विभाग के विभिन्न श्रेणी के पदों में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने का भी निर्णय लिया है, जिसके अन्तर्गत अब कांस्टेबल को 1900 रुपये से बढ़ाकर 2000 रुपये, हेड कांस्टेबल को 2000 रुपये से बढ़ाकर 2400 रुपये तथा ए0एस0आई0एम0 को 2400 रुपये से बढ़ाकर 2800 रुपये का ग्र्रेड-पे स्वीकृत करने का निर्णय लिया गया है। इस सम्बन्ध में शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। उनकी सरकार पुलिस कर्मियों के हितों के प्रति पूरी तरह से संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि पुलिस के ऐसे सभी अधिकारियों व कर्मचारियों, जिन्हें आज पदक नहीं मिला, का आह्वाहन किया कि वह पूरी निष्ठा एवं लगन से अपने कर्तव्यों का पालन करें, ताकि आने वाले समय में उन्हें भी यह गौरव प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर मन्त्रिमण्डलीय सचिव, मुख्य सचिव, अपर मन्त्रिमण्डलीय सचिव, प्रमुख सचिव गृह, पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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