Categorized | लखनऊ.

यूरेका इण्टरनेशनल-2010

Posted on 27 November 2010 by admin

zero-carbonicityसिटी मोन्टेसरी स्कूल, आनन्द नगर द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक-साहित्यिक महोत्सव `यूरेका इण्टरनेशनल-2010´ में नेपाल, श्रीलंका व देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने अपनी अभूतपूर्व प्रतिभा से दिखा दिया कि विश्व में शान्ति, सौहार्द व खुशहाली के लिए के लिए `विश्व एकता´ ही अन्तिम विकल्प है। आज एक ओर `टच माई शैडो´ प्रतियोगिता में अपने कम्प्यूटर ज्ञान द्वारा देश-विदेश के छात्रों ने सभी को मन्त्रमुग्ध कर दिया तो वहीं दूसरी ओर `जीरो काबोZनिसिटी´ प्रतियोगिता के माध्यम से विश्व पर्यावरण की चिन्तनीय स्थिति पर प्रभावशाली प्रस्तुति के माध्यम से अपने विचारों को व्यक्त किया। विभिन्न देशों से पधारे यूरेका इण्टरनेशनल के इन नन्हें-मुन्हें प्रतिभागी छात्रों ने दिखा दिया कि उनमें भी गहरी प्रतिभा और गहरे विचार छिपे हैं जो बड़ों को भी काफी सीख दे सकते हैं। एकता के पुजारियों को झगड़ों, युद्धों से कोई मतलब नहीं, यह तो अपने आपमें मस्त हैं व सभी के लिए एक खुशहाल दुनिया चाहते हैं। ये प्रतिभागी छात्र एक-दूसरे में इस कदर घुलमिल गये हैं कि नेपाल हो या श्रीलंका या फिर भारत में मुम्बई हो या लखनऊ, कोई फर्क ही नज़र नहीं आता।

यूरेका इण्टरनेशनल-2010 के तीसरे दिन आज प्रतियोगिताओं का सिलसिला `टच माई शैडो प्रतियोगिता´ से हुआ। इस प्रतियोगिता में देश-विदेश के प्राइमरी वर्ग के छात्रों ने कम्प्यूटर पर एक घंटे में मल्टीमीडिया बनाकर अपनी तकनीकी कला का बेहतरीन नमूना पेश किया एवं सामाजिक सरोकार के लिए अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। प्रतियोगिता का विषय था - `लेट गन्स लाई एण्ड हेट स्लीप´। कम्प्यूटर पर अपना कौशल दिखाकर इन छात्रों ने सिद्ध कर दिया कि वे किसी से कम नहीं है और कला व तकनीक का सुन्दर संगम उनके मस्तिष्क में है जिसके मधुर सन्तुलन में ही मानवजाति की प्रगति छिपी है। प्रतियोगिता के विषय के अनुरूप प्राइमरी वर्ग के नन्हें-मुन्हें छात्रों ने विभिन्न ज्वलन्त विषयों को उठाकर दुनिया को शान्ति व एकता का पैगाम दिया जिनमें `इफेक्ट्स ऑफ वॉर आन इन्वायर्नमेन्ट´, `फाइट फार रिलीजन´, `अशोका द ग्रेट´, `सेव वल्र्ड´, `पीस - द बेस्ट नोन नॉलेज´ एवं `मेन रीजन्स ऑफ वार´ इत्यादि प्रमुख हैं। इस प्रतियोगिता में छात्रों को उनकी तकनीकी निपुणता, विषय की प्रभावशाली प्रस्तुति व ऐनीमेशन पर अंक दिये गये। इस प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका सुश्री नम्रमा ढाण्डा, लेक्चरर, गगन इन्स्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी, सुश्री विनोदिनी कटियार, लेक्चरर, सागर न्स्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी एवं वेब डिजायनर श्री अर्मत्य सिन्हा ने निभाई।

choreography`जीरो काबोZनिसिटी प्रतियोगिता´ में भी श्रीलंका, नेपाल व देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारी 50 छात्र टीमों ने बड़े उत्साह से हिस्सा लिया। यह प्रतियोगिता पर्यावरण अभियान का ही दूसरा रूप है जिसका विषय था `शि्रंकिग वाटर बॉडीज´। जूनियर वर्ग के छात्रों के लिए आयोजित इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी छात्रों ने एक से बढ़कर एक काटूZन बनाकर पर्यावरण के प्रति अपनी जागरूकता का परिचय दिया। प्रत्येक टीम से 5 छात्र थे जिन्होंने प्रतियोगिता के माध्यम से कम होते वाटर बॉडीज के प्रति अपनी चिन्ताओं को काटूZन के माध्यम से दुनिया को बताने की सफल कोशिश की। इन प्रतिभागी छात्रों ने बहुत सुन्दर शीर्षक अपने काटूZनों के लिए निर्धारित जिनमें `एराइज, अवेक बिफोर इट्स टू लेट´, `अगेन्स्ट वार´, `वाटर बाडीज - ऑवर लाइफ लाइन्स´ इत्यादि ने निर्णायक मण्डल सहित दर्शकों को भी खूब प्रभावित किया। इस प्रतियोगिता के अन्तर्गत प्रतिभागी छात्रों ने रंग, ब्रश तथा पेपर कटिंग का इस्तेमाल कर अपनी भावनाओं को रंग दिया। इस प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों ने सन्देश दिया कि आज चारों ओर पर्यावरणीय प्रदूषण व्याप्त है और यह प्रदूषण आज चारों ओर व्याप्त है चाहे वह धरती के ऊपर हो या धरती के नीचे, चाहे वह जल प्रदूषण हो या चाहे वायु प्रदूषण। छात्रों ने बताया कि इस समस्या में सभी देशों का सहयोग चाहिए और इसलिए विश्व स्तर पर ठोस कदम उठाये जाने चाहिए। प्रतियोगिता में निर्णायकों की भूमिका श्री समरेन्द्र कुमार, डायरेक्टर, रीजनल साइंस सेन्टर, डा. पी. के. श्रीवास्तव, असिस्टेन्ट डायरेक्टर, डिपार्टमेन्ट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, सी.डी.आर.आई. एवं डा. रामेश्वर बाली, असिस्टेन्ट प्रोफेसर, डिपार्टमेन्ट ऑफ जियोलॉजी, लखनऊ विश्वविद्यालय ने निभाई।

सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि यूरेका इण्टरनेशनल-2010 में विभिन्न देशों के छात्र विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर अपना बौद्धिक व कलात्मक विकास तो कर ही रहे हैं साथ ही यूरेका-2010 को उसकी सफलता की मंजिल पर पहुंचा रहे हैं। कल, दिनांक 28 नवम्बर 2010, रविवार को अपरान्ह: 3.00 बजे यह चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यिक-सांस्कृतिक महोत्सव `यूरेका इण्टरनेशनल-2010´ भव्य पुरस्कार वितरण व समापन समारोह के साथ सम्पन्न हो रहा है। इस अवसर पर श्री डी. एस. मिश्रा, आई.ए.एस, प्रमुख सचिव, मुख्यमन्त्री, मुख्य अतिथि होंगे तथापि देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों के सम्मान में सी.एम.एस. छात्र रंगारंग शिक्षात्मक-सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

November 2024
M T W T F S S
« Sep    
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930  
-->









 Type in