सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज कैम्पस द्वारा आयोजित पांच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक ओलिम्पयाड `सेलेस्टा-2010´ का भव्य उद्घाटन आज सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पधारी सुश्री ऊषा गुप्ता, पूर्व चीफ कमिश्नर, इनकम टैक्स, ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल एवं भारत के विभिन्न राज्यों से पधारे 500 से अधिक छात्रों ने संगीतमय वातावरण में बड़े उल्लास से अपना परिचय दिया तथापि सी.एम.एस. के मेधावी छात्रों ने देश-विदेश की छात्र टीमों के सम्मान में सर्व-धर्म एवं विश्व शान्ति का आलोक बिखेरते अनेक शिक्षात्मक-सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी को मन्त्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि सुश्री ऊषा गुप्ता, पूर्व चीफ कमिश्नर, इनकम टैक्स ने कहा कि मुझे असीम हर्ष का अनुभव हो रहा है कि सी.एम.एस. अलीगंज ने देश-विदेश के छात्रों को सांस्कृतिक व साहित्यिक प्रतियोगिताओं के लिए एक ग्लोबल मंच पर एकत्रित किया है। उन्होंने कहा कि गीत संगीत और नृत्य केवल मनोरंजन की वस्तु नहीं, अपितु आत्मा का भी भोजन है। संगीत मनुष्य की आत्मा को बल प्रदान करता है और इन्सान का पदार्पण बुराईयों से अच्छाइयों की ओर होता है। वास्तव में संगीत के द्वारा व्यक्ति के चिन्तन, मनन और सोच को रचनात्मक दिशा में मोड़ा जा सकता है।
इस अवसर पर `सेलेस्टा-2010´ की संयोजिका व सी.एम.एस. अलीगंज की प्रधानाचार्या श्रीमती गौरी खन्ना ने कहा कि इस सांस्कृतिक ओलिम्पयाड को आयोजित करने का उद्देश्य भावी पीढ़ी की बहुमुखी प्रतिभा के विकास के साथ ही उनके मानवीय एवं आध्याित्मक दृष्टिकोण को विकसित करना है। यह ओलिम्पयाड न सिर्फ देश-विदेश के बाल कलाकारों को एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच प्रदान कर रहा है अपितु विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी प्रतिभाओं को विकसित करने का एक सुअवसर भी है। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी ने कहा कि एकता, शान्ति, प्रेम, भाई चारा, सर्व-धर्म समानत्व व आपसी सहयोग, क्षेत्रीय व संकुचित राष्ट्रीयता से छुटकारा, गोरे काले का भेद रहित समाज स्थापित करना ही इस आयोजन का मूल उद्देश्य है। जब तक इन कुरीतियों से संसार को मुक्त नहीं किया जायेगा तब तक सपनों के संसार की सुखद अनुभूति नहीं हो सकती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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