सी.एम.एस. में 2 दिसम्बर से
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर कैम्पस द्वारा चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय युवा गणितज्ञ सम्मेलन (आई.वाई.एम.सी.-2010) आगामी 2 दिसम्बर से 5 दिसम्बर तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडीटोरियम में किया जा रहा है, जिसमें विश्व के 14 देशों इंग्लैण्ड, दक्षिण अफ्रीका, रूस, भूटान, फिलीपीन्स, कोरिया, थाईलैण्ड, ईरान, नेपाल, इण्डोनेशिया, श्रीलंका, कतर, ताईवान एवं भारत के विभिन्न प्रान्तों के लगभग 600 बाल गणितज्ञ गणित की विभिन्न विधाओं के रहस्य उजागर करने लखनऊ में एक मंच पर एकजुट हो रहे हैं। उक्त जानकारी आज यहां आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में आई.वाई.एम.सी.-2010 की संयोजिका व सी.एम.एस. गोमती नगर की प्रधानाचार्या सुश्री मंजीत बत्रा ने पत्रकारों को दी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुश्री बत्रा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश के प्रख्यात गणितज्ञ भी पधार रहे हैं जो कि गणित प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका निभाने के अलावा देश-विदेश के बाल गणितज्ञों का मार्गदर्शन भी करेंगे। इन प्रख्यात गणितज्ञों में डा. सिमोन एल चुआ, प्रेसीडेन्ट, मैथेमेटिक्स ट्रेनर्स गिल्ड, फिलीपीन्स, श्री मार्क सॉल, सीनियर स्कॉलर जान टेमपलेटन फाउण्डेशन, ताईवान एवं प्रख्यात िक्वज मास्टर श्री ब्रेरी ओ ब्राइन प्रमुख हैं।
प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए सुश्री बत्रा ने कहा कि गणित केवल गणना और अंको का खेल नहीं है, यह काम तो कम्प्यूटर और कैलकुलेटर जैसी इलेक्ट्रानिक मशीने भी कर सकती है। गणित तो मानव मस्तिष्क की गहराइयों तक पहुंचता है। इससे छात्रों की तािर्कक और बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। सुश्री बत्रा ने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से हमारा प्रयास है कि सबसे कठिन समझे जाने वाले गणित विषय के प्रति प्रारम्भ से ही छात्रों के मन-मस्तिष्क में रुझान उत्पन्न किया जाए जिससे वे आगे चलकर एक कुशल गणितज्ञ ही नहीं अपितु अच्छे बुरे की पहचान करने वाले एक संवेदनशील इंसान बन सके। सुश्री बत्रा ने कहा कि गणित विषय मानव जाति की एकता का जितना प्रभावशाली माध्यम है उतना शायद और कोई विषय नहीं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com