उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूर्व मुख्य मन्त्री रामनरेश यादव के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौप कर कहा है कि उ0प्र0 में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। सत्तारूढ़ दल के समर्थित गुण्डे, माफिया, नेता और अपराधिक तत्व सरकारी संरक्षण में खुलेआम दिनदहाड़े हत्याओं में संलिप्त हैं। हत्या, अपहरण, बलात्कार और दलित उत्पीड़न की घटनाएं समाचारपत्रों की मुख्य सुर्खियां बन रही हैं। प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था बनाये रखने में पूरी तरह अक्षम साबित हो रही है। चूंकि सत्तापक्ष से जुड़े अपराधियों द्वारा घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है इसलिए पूरा का पूरा पुलिस प्रशासन दबाव में कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहा है। यही कारण है कि आम जनता की एफ.आई.आर. भी थानों में दर्ज नहीं हो पा रही है।
हम सभी कंाग्रेसजन आपका ध्यान विकासनगर, लखनऊ में परिवार कल्याण के सी.एम.ओ. डा0 विनोद आर्या की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दिये जाने एवं जनपद सुलतानपुर में हुए लेखपाल रामकुमार यादव की राजनैतिक रंजिश में प्रदेश में सत्तारूढ़ दल-बहुजन समाज पार्टी के विधायक चन्द्रभद्र सिंह उर्फ सोनू सिंह एवं उनके ब्लाक प्रमुख भाई यशभद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह द्वारा अपहरण एवं निर्मम हत्या किये जाने तथा की ओर आकृष्ट कराना चाहते हैं। दोनों ही जघन्य हत्याकाण्डों में अभी तक कोई भी अपराधी पकड़ा तक नहीं जा सका है। सुलतानपुर में लेखपाल स्व0 रामकुमार यादव की हत्या में नामजद हत्यारोपी बसपा विधायक चन्द्रभद्र सिंह एवं यशभद्र सिंह अभी भी सत्तापक्ष के संरक्षण के चलते खुलेआम घूम रहे हैं और धमकी दे रहे हैं, पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल कायम है। उसी प्रकार प्रदेश की राजधानी लखनऊ की विकासनगर कालोनी में दिनदहाड़े हुई स्व0 डा0 विनोद आर्या के हत्यारों के नजदीक तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है। इसके पूर्व भी परिवार कल्याण के महानिदेशक डा0 बच्ची लाल व स्वास्थ्य विभाग के रिटायर अतिरिक्त निदेशक डा. आर.एस.शर्मा की हत्या का भी पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं लगा पायी है। सच्चाई तो यह है कि दिल दहलाने वाली इन हत्याओं के पीछे सत्ता समर्थित लोगों का ही हाथ है इसलिए पुलिस कोई भी कदम नहीं उठा रही है। सबसे बड़ा दु:खद पहलू तो यह है कि प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जहां एक ओर अपने भाषणों में बेहतर कानून व्यवस्था की दुहाई देती हैं वहीं उन्हीं के पार्टी के विधायक और कार्यकर्ता प्रदेश में जघन्य अपराधों को अंजाम दे रहे हैं और प्रदेश सरकार मौन साधे हुई है। प्रदेश में संकट का दौर चल रहा है। आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। लोगों का जीवन असुरक्षित हो गया है।
कल स्व0 डा0 विनोद आर्या के आवास पर पूर्व मुख्यमन्त्री श्री राम नरेश यादव एवं पूर्व मन्त्री श्री रामकृष्ण द्विवेदी गये थे। स्व. आर्या की पत्नी और उनका पूरा परिवार बहुत ही डरा-सहमा था। उनकी पत्नी ने परिवार के जान-माल पर गम्भीर खतरे की आशंका जतायी थी।
प्रदेश के संवैधानिक प्रमुख और मुखिया होने के नाते आपसे हमारी मांग है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रखने हेतु प्रदेश सरकार को सख्त निर्देश जारी करने के साथ ही स्व0 डा. विनोद आर्या के हत्यारों को गिरफ्तार किये जाने, उनकी पत्नी जो कि परिवार कल्याण में संयुक्त निदेशक हैं, 25लाख रूपये मुआवजा एवं पूरे परिवार को सुरक्षा प्रदान किये जाने के साथ ही सुलतानपुर में लेखपाल स्व0 रामकुमार यादव की हत्या में नामजद बसपा विधायक चन्द्रभद्र सिंह तथा उनके भाई यशभद्र सिंह को तत्काल गिरफ्तार किये जाने हेतु निर्देशित करने की कृपा करें। साथ ही साथ मृतक लेखपाल स्व0 रामकुमार यादव की पत्नी को 25लाख रूपये आर्थिक मुआवजा व सुरक्षा प्रदान किया जाय। ज्ञापन देने वालों में प्रदेश महामन्त्री प्रदीप श्रीवास्तव, मुख्यप्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव, पूर्व मन्त्री रामकृश्ण द्विवेदी, वरिश्ठ नेता सुरेन्द्र राजपूत, प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान प्रमुख थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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