• समाजिक संगठनो के भरोसे रहे श्रद्धालू
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प्रशासन ने नहीं किया व्यवस्था का पुख्ता इन्तिजाम
ऐतिहासिक दुर्गा पूजा महोत्सव मां भगवती की कृपा से सम्पन्न हो गया, परन्तु प्रशासनिक स्तर पर मामला धीला धाला ही रहा। ऐिशया में अपनी अलग पहचान बनाने वाला दुगाZ पूजा महोत्सव पुलिस व्यवस्था नाम मात्र की ही रहीं। विगत वर्षों में जिला प्रशासन के स्तर पर पुलिस की व्यवस्था हर चौराहो पर टावर लगाकर मेला को नियिन्त्रत किया जाता रहा परन्तु इस वर्षों पुलिस व्यवस्था नगण्य रही। मात्र कुछ चौराहो पर छोड़कर कहीं भी पुलिस के सिपाही नज़र नहीं आये। महिला पुलिस का तो टोटा ही रहा। मनचले लड़के मेले में अपना कार्य करते रहे। जिला प्रशासन के स्तर पर कहीं भी महिलाओं के लिए विश्रामालय एवं उनकी आवश्यकताओं पर ध्यान दिया गया। महिलाएं एवं बच्चे आराम करने के लिए तरसते रहे, पानी पीने की व्यवस्था भी सुचारू रूप से नहीं दिखायी पड़ी, सामाजिक संगठन भी इस बार औपचारिकता करते नज़र आये। अपने कैम्प में बैठकर ही सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा लिये सामाजिक संगठन व्यवस्था का संचालन करते रहे जिससे मेंले में आराजक तत्व हावी रहे। कुछ मेलार्थियों से बात करने पर उन्होने बताया कि जिला प्रशासन को मेलार्थियों के लिए विश्रामालय की व्यवस्था अवश्य करनी चाहिए क्योंकि लोग इतनी देर तक टहलते ही रहे उनको विश्राम करने का स्थान तो होना चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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