बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विवि में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। 20 करोड़ की लागत से बनने वाले केन्द्रीय पुस्तकालय के बाद अब विवि में आवासीय कोचिंग अकादमी बनाने की तैयारी हो रही है। प्रस्ताव पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने न केवल सहमति जतायी बल्कि भवन निर्माण के लिए आठ करोड़ देने पर भी अपनी मुहर लगा दी है। निर्माण को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। अनुसूचितजाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग और छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए उन्हें गुणवत्तापरक शिक्षा की आवश्यकता होगी। विवि के कुलपति प्रो.बी. हनुमैय्या के निर्देश पर विवि ने कोचिंग अकादमी का प्रस्ताव तैयार किया था। अकादमी में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा।
यहां पढ़ाई के साथ ही रहने की भी व्यवस्था होगी। अकादमी में एक साथ 200 विद्यार्थियों को पढ़ाने की सुविधा होगी। अकादमी में विद्यार्थियों को इलेक्ट्रानिक कान्ट्रेक्ट बोर्ड (ऐसा बोर्ड है जिस पर लिखने के बाद विद्यार्थियों को उसका िप्रंट आउट मिल जाएगा) से पढ़ाया जाएगा। पूरे परिसर को वाइफाई से लैस किया जाएगा जिससे विद्यार्थी बगैर इंटरनेट कनेक्शन के लैपटाप व डेस्कट‚प पर इंटरनेट का प्रयोग कर सकेंगे। इसके अलावा अकादमी में वाचनालय के साथ ही मनोरंजन की भी व्यवस्था होगी। अकादमी में एक सभागार भी बनाया जाएगा। अम्बेडकर विवि के रजिस्ट्रार प्रो. कामेश्र्वर चौधरी ने बताया कि कुलपति प्रो.बी. हनुमैय्या के प्रयासों से यूजीसी ने हाईटेक आवासीय कोचिंग अकादमी बनाने के लिए हरी झण्डी दी है। प्रदेश के राज्यपाल बीएल जोशी 26 अक्टूबर को कोचिंग अकादमी के भवन का शिलान्यास करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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