पंचायत चुनाव में लोगों ने इतना अधिक अकाशZण पैदा हो गया है कि पपारिवारिक सीमायें तो टूट ही रही है पति-पत्नी के खिलाफ दीवाल खड़ी हो गई है। वे एक -दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे है।
ऐसे ही दिलचस्प मामले मिर्जापुर जनपद के विस्तरीय पंचायत चुनाव में देखने को मिल रहे है। बड़े-बुजुर्गो का कहना है कि यहां असली लोकतन्त्र उतर आया है। पंचायत चुनाव में रिश्ते ही नहीं, सात जनम् के रिश्तों के विरूद्ध बगावत का बिगुल फूकने को विवश कर दिया है।
अहरौरा क्षेत्र के बेलखरा में विश्वकर्मा परिवार के दो भाई नन्द किशोर और राजनाथ प्रधानी के चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ उतर आये है। इतना ही नही नन्द किशोर की प्रवक्ता पत्नी अपनी पति देव से पल्ला झाड़ कर अपने दुलहवा देवर राजनाथ का प्रचार कर रही हैं। नन्द किशोर एक इण्टर कालेज में कर्मचारी है उसने स्वयं स्वीकार किया है कि उसकी पत्नी सुशीला विश्वकर्मा उसके विरोध में है। जबकि उसके बच्चे पिता के साथ में है। प्रधानी के चुनाव में पति के खिलाफ बगावत करने वाली श्रीमती विश्वकर्मा 2005 के पंचायती चुनाव में खुद अपनी देवरानी के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी हैं बेलखरा गॉव पंचायत में लगभग 2800 मतदाता है। जिसमें 25 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है।
इसी प्रकार राजगढ़ क्षेत्र के मदिहानी गांव में बचन अपनी पत्नी श्रीमती छोटी देवी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर आयी है जो क्षेत्र में चर्चा का विशय बना हुआ है। पति-पत्नी के इस चुनाव सभा मे सबसे दिलचस्प बात यह है कि दोनों सुबह भोजन करने के बाद साथ-साथ चुनाव प्रचार के लिये निकलते है और घर के बाहर अलग-अलग चुनाव प्रचार के लिये चले जाते है। पति-पत्नी के बीच चुनावी जंग चर्चा का विशय बनी हुई है।
मरिहानी गांव के बचन और उसकी पत्नी के चुनावी जंग में सबसे खासबात देखने लायक है कि वे चुनाव मैदान में तो अलग-अलग है किन्तु पारिवारिक पति-पत्नी के रिश्तों में कोई कड़वाहट नहीं है। दोनों चुनाव प्रचार से वापस आकर पति-पत्नी की तरह रहते है और अगले दिन सुबह फिर एक साथ घर से निकल कर अलग-अलग दोनों क्षेत्रों में चले जाते है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com