सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी आज प्रात: मलेशिया में आयोजित विश्व के 70 देशों के विचारकों व नीति निर्माताओं के अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग कर स्वदेश लौटे। आज स्वदेश वापसी पर डा. गांधी का अमौसी एअरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित सी.एम.एस. कार्यकर्ताओं व अन्य गणमान्य हस्तियों ने डा. गांधी को फूल-मालाओं से लाद दिया एवं विदेश में देश का गौरव बढ़ाकर लौटने पर हादिZक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर एक अनौपचारिक वार्ता में डा. गांधी ने कहा कि सी.एम.एस. छात्रों व शिक्षकों की प्रेरणा से ही मैं इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पूरे विश्व के बच्चों के अधिकारों की बात प्रमुखता से रख पाया और सम्मेलन में जुटे विभिन्न देशों के न्यायविदों व नीति-निर्माताओं ने भी इसका पुरजोर समर्थन किया।
डा. गांधी ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान उन्होंने जिन प्रमुख हस्तियों से मुलाकात की उनमें नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्रपति उलूसेगुन ओबासैन्जो, इंग्लैण्ड सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश `द लार्ड रोजर ऑफ अल्र्सफेरी´, मलेशिया के सुल्तान पेरेक दारुल रिदजुआन सुल्तान अजलान शाह, सिंगापुर के मुख्य न्यायाधीश चान सेक कियोंग, मलेशिया के मुख्य न्यायाधीश श्री सेरी जाकी बिन तुन आजमी, आस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमन्त्री श्री जान मैल्कम फ्रेशर, सीरिया के मुफ्ती शेख अहमद बदर अलदीन एवं नीदरलैण्ड के इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के न्यायाशीश न्यायमूर्ति श्री अब्दुल जी. कोरोमा आदि प्रमुख हैं। डा. गांधी ने बताया कि इन सभी प्रख्यात हस्तियों के सी.एम.एस. द्वारा विश्व के दो अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य हेतु उठाये गये विभिन्न कदमों की भूरि-भूरि प्रशंसा की एवं स्वयं भी इस मिशन से जुड़ने की इच्छा व्यक्त की।
अमौसी एअरपोर्ट पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री व सांसद श्री जगदिम्बका पाल ने डा. गांधी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि डा. गांधी जिस रास्ते पर चल रहे हैं, वह रास्ता अमन-चैन, प्यार, एकता, धार्मिक एकता व विश्व एकता की ओर जाता है, जिसकी आज सबसे अधिक आवश्यकता है। श्री पाल ने सी.एम.एस. के 39000 बच्चों एवं विश्व के 2 अरब बच्चों का प्रतिनिधित्व करते हुए बच्चों की अपील को इस ऐतिहासिक सम्मेलन तक पहुंचाने के लिए डा. गांधी को बधाई देते हुए कहा कि यह केवल सी.एम.एस. के लिए ही नहीं अपितु लखनऊ के सभी स्कूलों के लिए गर्व का विषय है।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि मलेशिया की राजधानी कुआलालम्पुर में आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में विश्व प्रसिद्ध शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी को विशेष रूप से आमिन्त्रत किया गया था। उन्होंने कहा कि डा. गांधी विगत 60 वषोZ से न सिर्फ विश्व के दो अरब बच्चों के सुरक्षित व खुशहाल भविष्य हेतु पूरे मनोयोग से विश्व स्तर पर प्रभावशाली प्रयास कर रहे हैं। आपके इन्हीं अतुलनीय योगदान के फलस्वरूप इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन की आयोजन समिति ने विशेष रूप से आमिन्त्रत किया जिससे डा. गांधी के सारगभिZत विचारों से विश्व समुदाय लाभािन्वत हो सके। श्री शर्मा ने बताया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन `विश्वास, साझा बुद्धि तथा अन्तर्राष्ट्रीय कानून´ विषय पर आयोजित था तथापि इण्टरनेशनल सेन्टर फॉर पीस एजुकेशन एण्ड रिसर्च (कोलम्बो), सेन्टर फॉर डायलॉग ला ट्रोबे यूनिवर्सिटी (मेलबोर्न), दि इण्टरनेशनल मूवमेन्ट फॉर ए जस्ट वल्र्ड (कुआलालम्पुर), श्री रामानुज मिशन ट्रस्ट (चैन्नई) तथा मलेशिया सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
श्री शर्मा ने कहा कि डा. गांधी के नेतृत्व में सी.एम.एस. अपनी स्थापना के 52 वषोZं में विश्व एकता व विश्व शान्ति का अग्रदूत बन चुका है जिसका सम्पूर्ण श्रेय डा. जगदीश गांधी के त्याग, तपस्या व बलिदान को जाता है। आज से 52 वर्ष पूर्व जब सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ की स्थापना मात्र दो शिक्षक जगदीश गांधी व भारती गांधी व पांच बच्चों से हुई थी, वही सी.एम.एस. आज दो से दो हजार शिक्षकों व पांच से उन्तालीस हजार छात्रों वाला विश्व का सबसे बड़ा विद्यालय बन गया है। श्री शर्मा ने कहा कि डा. गांधी के नेतृत्व में सी.एम.एस. छात्र सम्पूर्ण विश्व में `वसुधैव कुटुम्बकम´ की भावना का प्रवाह सारे विश्व में प्रवाहित कर हैं तथापि इन्हीं प्रयासों की बदौलत विश्व के दो अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य एवं विश्व एकता व विश्व शान्ति की आवाज बुलन्द हुई है। सम्पूर्ण विश्व आज सी.एम.एस. की शिक्षा पद्धति के केन्द्र बिन्दु `जय जगत´ व `वसुधैव कुटुम्बकम´ की विचारधारा से प्रभावित है।
(हरि ओम शर्मा) मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी - सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ