जिलाधिकारी अमृत अभिजात ने कहा हैं कि पंचायत निर्वाचन का कार्य जनहित एवं राश्ट्रीय महत्व का कार्य हैं। संज्ञान में आया हैं कि राजकीय सेवा में नियुक्ति कुछ कर्मचारी/अधिकारी अनर्गल प्रयास स्वास्थ्य का बहाना, माता पिता की बीमारी और उनके ख्याल रखने का बहाना, बाहर जाने का बहाना, बच्चे की देखभाल का बहाना आदि का सहारा लेकर ड्यूटी कटवाने हेतु प्रयासरत हैं।
उन्होंने सचेत किया है कि किसी भी अधिकारी/कर्मचारी की ड्यूटी नही कटेगी। उन्होंने कहा है कि जब हम सरकारी सेवा में है और सर्विस कर रहे है तब भी यह सारे कार्य होते रहे है और हम सरकारी कार्य भी सम्पादित करते हैं,यदि कहीं कोई ज्यादा परेशानी होती हैं तो उसका इन्तजाम भी करते है किन्तु सरकारी सेवा से विरक्त नही होते हैं। ़
उन्होंने कहा है कि यदि कोई अधिकारी/कर्मचारी वास्तव में किसी गम्भीर बीमारी से पीडित है तो उसे विधिवत सी0एम0ओ0 से Þ अनफिट फार ड्यूटी Þ का सर्टिफिकेट प्रापत कर प्रस्तुत करना चाहिए। राज्य सरकार अथवा केन्द्र सरकार के स्पश्ट निर्देश हैं कि कोई भी कर्मचारी राश्ट्रीय महत्व के कार्यों यथा निर्वाचन आदि के लिए किसी भी ड्यूटी पर लगाया जा सकता हैं, जिसकी कोई अवज्ञा नही कर सकता। जब हम सामान्य तौर पर ड्यूटी कर सकते है तो निर्वाचन के दौरान क्यों नही कर सकते।
जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों/कार्यालयाध्यक्षों को भी निर्देश दिये है कि इस तथ्य की गम्भीरता से जांच कर लें कि जो अधिकारी/कर्मचारी निर्वाचन कार्य से विरत रहेने हतु गलत तथ्यों के आधार पर आवेदन पत्र प्रस्तुन्त किये है अथवा जो वास्तव में शासकीय कार्य करने में बीमारी के कारण या किन्ही कारणों से अक्षम हैं, उनके सम्बंध मेें नियमानुसार कार्यवाही करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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