प्रारिम्भक अनुमान के आधार पर 2175 करोड़ रूपये की सहायता
धनराशि हेतु मेमोरेण्डम दिनांक 27.09.2010 को भारत सरकार को
प्रेषित किया जा चुका है, जो उन्हें प्राप्त भी हो गया है
भारत सरकार बाढ़ की विभीषिका के
आंकलन के लिए तत्काल केन्द्रीय दल भेजे
उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने प्रधानमन्त्री जी को पत्र लिखकर बाढ़ प्रभावित जनपदों के लिए प्रारिम्भक अनुमान के आधार पर 2175 करोड़ रूपये की सहायता धनराशि तत्काल उपलब्ध कराने का पुन: अनुरोध किया है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि बाढ़ का प्रभाव कम होने के उपरान्त वास्तविक क्षति का आंकलन करके केन्द्र को अपेक्षित धनराशि हेतु विस्तृत मेमोरेण्डम भेजा जायेगा। उन्होंने केन्द्र सरकार से प्रदेश में बाढ़ से हुई व्यापक क्षति के आंकलन के लिए तत्काल केन्द्रीय दल भेजने एवं सहायता धनराशि उपलब्ध कराने की भी मांग की है।
गौरतलब है कि माननीया मुख्यमन्त्री जी ने प्रदेश में बाढ़ से हुई व्यापक क्षति के आंकलन के लिए स्वयं गत 22 सितम्बर, 2010 को विस्तृत हवाई सर्वेक्षण एवं समीक्षा की थीं। उत्तराखण्ड के बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों में हुई व्यापक तबाही को देखते हुए उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित कर केन्द्र सरकार से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए प्रथम चरण में तत्काल 1000 करोड़ रूपये तथा राज्य के अन्य जनपदों के लिए 1000 करोड़ रूपये अर्थात् कुल 2000 करोड़ रूपये की सहायता राशि उपलब्ध कराने का अनुरोध प्रधानमन्त्री जी को पत्र लिखकर किया था। आज लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि बाढ़ से हुई क्षति के प्रारिम्भक अनुमान के आधार पर 2175 करोड़ रूपये की सहायता धनराशि हेतु मेमोरेण्डम प्रमुख सचिव, राजस्व एवं राहत आयुक्त, उत्तर प्रदेश के पत्र दिनांक 27.09.2010 द्वारा संयुक्त सचिव, आपदा प्रबन्धन, गृह मन्त्रालय, भारत सरकार को प्रेषित किया जा चुका है, जो उन्हें प्राप्त भी हो गया है।
इसी क्रम में माननीया मुख्यमन्त्री जी ने प्रधानमन्त्री को पुन: पत्र लिखकर 2175 करोड़ रूपये तत्काल अवमुक्त करने का अनुरोध किया है। उन्होंने प्रदेश में बाढ़ से हुई व्यापक क्षति का हवाला देते हुए लिखा है कि माह जून से अब तक प्रदेश के 33 जनपदों के 5969 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिसमें 2022 गांव तो पूरी तरह से पानी से घिर गये हैं। बाढ़ से हुई
जान-माल की हानि का उल्लेख करते हुए उन्होंने यह भी लिखा है कि अब तक 96 लोगों की बाढ़ से तथा 330 व्यक्तियों की मकान आदि गिरने से मौत हुई है। इसके अलावा बड़ी संख्या में पशुओं की भी जनहानि हुई है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि बाढ़ के कारण 8.08 लाख हेक्टेअर बोई गई फसल नष्ट होने का अनुमान है और बड़ी संख्या में अवस्थापना सुविधाओं को भी क्षति पहुंची है। बाढ़ के कारण सड़कें, तटबन्ध, बिजली के खम्भे, तार आदि के अतिरिक्त बड़ी संख्या में आवास भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्होंने कहा है कि इनके पुननिZर्माण एवं मरम्मत की तत्काल आवश्यकता है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने भारत सरकार से अनुरोध किया है कि वे राज्य में बाढ़ की विभीषिका के आंकलन के लिए
तत्काल केन्द्रीय दल भेजे। उन्होंने केन्द्र सरकार से तत्काल अपेक्षित धनराशि अवमुक्त करने का अनुरोध किया है, ताकि राहत एवं बचाव कार्यों को सुचारू रूप से चलाया जा सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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