यमुना नदी का जल स्तर आगरा में आज 499.6 फीट रहा जो कि स्थिर बना हुआ है और शनै: शनै: घटने की सम्भावना है। मथुरा में यमुना जल स्तर घटने लगा है और धीरे-धीरे आगरा में घटना शुरू हो जायेगा। जिलाधिकारी अमृत अभिजात ने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि बाढ चौकियों और बाढ प्रभावित क्षेत्र में भ्रमण शील रहकर राहत कार्य सुचारू रूप से संचालित करायें। उन्होंने बताया कि प्रशासन बाढ से प्रभावित क्षेत्रों में कार्यो के प्रति सजग है और तत्परता से कार्यवाही की जा रही है।
अपर जिलाधिकारी (वि/रा) राम आसरे, एस.डी.एम सदर श्रीमती शीतल वर्मा, तहसीलदार राजीव पाण्डे आदि अधिकारियों ने बाढ प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमण कर स्थिति का अवलोकन किया और प्रभावित लोगो से वार्ता की। उन्होंने कैलाश, बाईपुर, स्वामीबाग, नगला नाथु, समोगर, नाहरगढ आदि क्षेत्रों का भ्रमण किया। श्री राम आसरे ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधान के खातों में पॉच-पॉच हजार रूपये दिये गये है और दवा छिडकाव के निर्देश दिये गये है । ग्रामीण क्षेत्रों में दवा छिडकाव किया जा रहा है। श्री राम आसरे ने बताया कि प्रशासन हर बिन्दु पर सर्तक नज़र रखे हुए है और राहत कार्यो के लिए पर्याप्त धनरािश प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि कैलाश पर लगाये गये राहत कैम्प पर 26 परिवार ठहराये गये और यहां लगभग 200 व्यक्तियों के भोजन आदि की उत्तम व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि समोगर में भी राहत िशविर में भोजन आदि की व्यवस्थाए सुनििश्चत की गई है।
श्री राम आसरे ने बताया कि जनपद में 43 बाढ चौकियां स्थापित की गई है और सभी पर स्टाफ 24 घन्टे तैनात है। उन्होंने जनपद के सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि क्षेत्रों में भ्रमणशील रहकर राहत कार्यो, सफाई, चिकित्सा सुविधा सुलभ कराना सुनििश्चत करें। उन्होंने यमुना किनारे बाढ से क्षतिग्रस्त फसलों की हानि का सर्वे कराने के निर्देश दिये है ताकि तत्परता से राहत देने की कार्यवाही की जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 राम रतन ने बताया कि सभी 43 बाढ चौकियों पर 43 मेडिकल टीमें कार्य कर रही है, जिसमें 39 चिकित्सा अधिकारी एवं 89 पैरा मेडिकल स्टाफ कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया 26 सितम्बर तक 11773 मरीजों का उपचार किया गया 2264 बुखार के रोगियों की रक्त पटि्टकाएं बनायी गई, 30078 क्लोरीन टेवलेट वितरित की गई। उन्होंने बताया कि 24 कंुओं तथा 157 हैण्डपम्पों को ब्लीचिंग डालकर विसंक्रमित किया गया । उन्होंने बताया कि किसी क्षेत्र से संक्रामक रोग की सूचना प्राप्त नही हुई है। उन्होंने बताया नगर निगम के अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला मलेरिया अधिकारी के माध्यम से एन्टी लारवा तथा फोंगिग भी ग्रामीण क्षेत्रों में कराई जा रही है।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया है कि बाढ प्रभावित क्षेत्र में 23665 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है और बाढ प्रभावित क्षेत्र में 224 पशुओं की चिकित्सा की गई है।
जिलाधिकारी ने सचेत किया है कि बाढ राहत कार्यो में किसी भी स्तर पर लापरबाही न बरतें। उन्होंने बाढ समाप्त होने के बाद सफाई आदि की व्यवस्था अभी से सुनििश्चत कराने के निर्देश दिये है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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