अखिल भारत हिन्दू महासभा कल उच्चतम न्यायालय में राम जन्मभूमि मिन्दर के मामले में सुलह की याचिका का विरोध कर निर्णय सुनाये जाने की मांग करेगी। वहीं आज उच्चतम न्यायालय में सुलह याचिका के खिलाफ हिन्दू महासभा ने अपना शपथ-पत्र दाखिल कर दिया है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी वी0के0 तिवारी ने यहां बताया कि उच्चतम न्यायालय में अपना पक्ष रखने के लिये मामले के पक्षकार हिन्दू महासभा के अधिवक्ता हरिशंकर जैन व प्रदेश अध्यक्ष कमलेश तिवारी आज दोपहर बाद लखनऊ से दिल्ली के लिये रवाना हो गये है। वहीं रवाना होने से पूर्व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने कहा कि इस मामले में सुलह की अब कोई गुंजायश नहीं रह गई है इसलिये हिन्दू महासभा उच्चतम न्यायालय में सुलह याचिका के विरोध में अपना पक्ष रखते हुये राम जन्मभूमि के मामले में शीघ्र निर्णय सुनाये जाने की मांग करेगी, ताकि छह दशकों से चले आ रहे न्यायिक काररवाई के साथ-साथ राम जन्मभूमि का विवाद खत्म हो सके। सुलह याचिका को लेकर कांग्रेस की सोची समझी साजिश का हिस्सा बताते हुये पार्टी नेता ने कहा कि राम मिन्दर के विवाद का हल कांग्रेस हल नहीं चाहती है इसलिये पर्दे के पीछे से एक ऐसे पक्षकार को आगे लायी है जिसने इस मुकदमें में कभी भी कोई ठोस पैरवी नहीं की और जब उच्च न्यायालय ने इस मामले में निर्णय की तिथि घोशित की तब सुलह समझौते के लिये याचिका पेश करना कहीं ने कहीं यह दशाZता है कि सुलह याचिका को पेश करने वाले पक्षकार के पीछे कोई न कोई जरूर है। फिलहाल श्री तिवारी ने भरोसा जताया है कि उच्चतम न्यायालय कल सुनवाई के दौरान पक्षकार अखिल भारत हिन्दू महासभा के पक्ष को स्वीकार करते हुये सुलह याचिका को खारिज कर राम जन्मभूमि मिन्दर के मामले में शीघ्र निर्णय देने के लिये इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ को निर्देश देगी। दूसरी तरफ पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी वी0के0 तिवारी ने हिन्दु समुदाय से राम मिन्दर मामले में निर्णय आने तक धैर्य और संयम रखने की अपील की है। श्री तिवारी ने बताया कि कल उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद पार्टी राम जन्म भूमि के मामले में अगला कदम उठाने पर विचार करेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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