कब्रिस्तान की जमीन पर कब्जा कर उसे लोगों के हाथों औने-पौने दामों पर बेचने वालों ने अपने को फंसता देख कब्रिस्तान की चहारदीवारी खिचवाने वाले लोगों को निशाना बनाते हुए उन्हेें महीनों पहले हथियारों से लैस होकर बुरी तरह लहू-लुहान कर दिया था। वारदात को अन्जाम देने के बाद आरोपी फरार हो गये थे। पुलिस उक्त प्रकरण में हत्या के प्रयास सहित कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया था। अब हत्या के प्रयास के इसी मामले में आरोपियों के नाम निकलवाने के लिये समाजवादी पार्टी के एक युवा नेता ने कमान सम्भाल ली है। मामला कोतवाली नगर थाना क्षेत्र के तकिया कब्रिस्तान का है।
सनद रहे कि शबे-बरात के त्योहार से ठीक दो-तीन बाद थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के तकिया कब्रिस्तान पर यहां बरसों से कब्रिस्तान की देखरेख के लिये रखे गये एक परिवार के लोगों ने विद्रोह कर दिया था। बात यह थी कि त्योहार से पूर्व जिस समय कब्रिस्तान की चहरदीवारी का काम चल रहा था तो उस समय इन विरोधियों की दाल नही गल सकी। सूत्रों की मानें इन्हीं विरोधियों ने कूटनीतिक चाल चलते हुए फर्जी कागजात के माध्यम से पूर्व में कई बिस्से जमीन बेंच डाली थी। एक सोंची समझी राजनीति के तहत देख रेख करने वालों ने विगत दिनों कब्रिस्तान कमेटी के अहवाहन पर कार्य करा रहे कई एक पर लाठी-डण्डों आदि से प्रहार कर दिया था। जिसमें कई एक लहु-लुहान और कही और चुटहिल हो गये थे। पुलिस ने मामले की संगीनता को मद्देनज़र रखते हुए हत्या के प्रयास सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन इसमें आज तक गिरफ्तारी नही हो सकी। भरोसेमन्द सूत्रों की मानें तो मामले के एक आरोपी आरिफ ने एक शान शौकत के साथ रहने वाले समाजवादी को अपने एक मित्र जो कि सपा से जुड़े हैं उनके साथ भेज बीते दिनों विवेचक को मैनेज करने के लिये भेजा था। उधर कब्रिस्तान कमेटी से जुड़े लोगों ने पुलिस के उच्चाधिकारियों को भेज आरोप मढ़ा है कि विवेचक और कोतवाल दोनों ही आरोपियों के नाम हत्या के प्रयास के मामले से निकालने की जुगत में लगे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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