उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने आज बाढ़ से प्रभावित सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, बरेली और आगरा जनपदों का हवाई सर्वेक्षण किया और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कराये जा रहे राहत कार्यों की मौके पर समीक्षा की। सुबह से प्रारम्भ हुए इन बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का यह सर्वेक्षण देर शाम तक चलता रहा। इस दौरान माननीया मुख्यमन्त्री जी ने ज्योतिबा फुले नगर, रामपुर, बाराबंकी, गोण्डा, श्रावस्ती जनपदों के अलावा पूर्वान्चल के अन्य बाढ़ प्रभावित जिलों का भी हवाई सर्वेक्षण किया।
तत्पश्चात् माननीया मुख्यमन्त्री जी ने बहराइच में अधिकारियों के साथ बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में समाहित गांवों के लोगों के पुर्नवासन के लिए एक करोड़ 80 लाख रूपये की मंजूरी प्रदान की। उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में हुई क्षति एवं बन्धों की स्थिति के सम्बन्ध में भी जानकारी ली। उन्होंने पिश्चमी उत्तर प्रदेश को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोशित करते हुए प्रधानमन्त्री जी को आज ही पत्र लिखकर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जनता की मदद के लिए 2,000 करोड़ रूपये का पैकेज स्वीकृत करने का अनुरोध किया है। इसमें से एक हजार करोड़़ रू0 पिश्चमी उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जनपदों के लिए तथा शेश एक हजार करोड़ रू0 प्रदेश के अन्य बाढ़ प्रभावित जनपदों के राहत कार्यों के लिए है। उन्होंने प्रभावित जनपदों के अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बाढ़ पीड़ितों के लिए ऐसे उपाय करेगी, जिससे उन्हें राहत मिल सके।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि उत्तराखण्ड में स्थापित बांधों से समय-समय पर पानी छोड़े जाने के कारण पिश्चमी उत्तर प्रदेश का अधिकांश क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि इसमें जनपद बिजनौर अधिक प्रभावित हुआ है। उन्होंने आश्वस्त किया कि राहत कार्य के लिए धनरािश की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को आश्वस्त किया कि उन्हें किसी भी कीमत पर कोई भी दिक्कत नहीं होने दी जायेगी।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को समय से राहत पहुंचाने और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पानी उतरने के बाद प्रभावित क्षेत्रों में बीमारी फैलने का खतरा उत्पन्न होगा। इस समस्या से निपटने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को पूरी तरह सतर्क रहना होगा। उन्होंने इसके लिए समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिशित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस मौसम में फैलने वाले मियादी बुखार, वायरल तथा जल जनित अन्य संक्रामक बीमारियों की रोकथाम हेतु विशेश अभियान चलाया जाए । उन्होंने जल भराव वाले क्षेत्रों में संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराये जाने तथा लोगों को क्लोरीन टेबलेट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में रोगियों के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था सुनििश्चत की जाए।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, बरेली तथा आगरा जनपदों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद इन जनपदों के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए कराये जा रहे राहत कार्यों की गहन समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों को हर सम्भव मदद सुनिशित कराने के निर्देश देते हुए कहा कि राहत एवं बचाव कार्य पूरी लगन व ईमानदारी से संचालित करें। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत कार्या में किसी भी प्रकार की लापरवाही को गम्भीरता से लिया जायेगा। उन्होंने पशुओं में फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध सुनिशित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य पर कड़ी नज़र रखे हुये हैं।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि बाढ़ का प्रभाव कम होते ही अवस्थापना सुविधाओं के रेस्टोरेशन/पुननिZर्माण, मरम्मत आदि का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। इसके साथ ही बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पेयजल तथा विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था को भी अविलम्ब ठीक किया जाए। उन्होंने प्रभावित जनपदों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ के दौरान हुई वास्तविक क्षति का तत्काल आंकलन कर गृह अनुदान एवं फसलों/पशुओं की क्षति की दशा में प्रभावित लोगों को अनुमन्य धनराशि तत्काल उपलब्ध करायी जाए।
पिश्चमी उत्तर प्रदेश के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण के साथ ही माननीया मुख्यमन्त्री जी ने हरियाणा के यमुनानगर, सोनीपत और करनाल तथा उत्तराखण्ड के हरिद्वार, देहरादून एवं ऊधमसिंह नगर के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का भी हवाई सर्वेक्षण किया। इन बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में खासतौर पर लक्सर और उसके आस-पास के खादर में किसानों की फसलों को हुए व्यापक क्षति पर चिन्ता व्यक्त की।
माननीया मुख्यमन्त्री जी के निर्देश पर सिंचाई मन्त्री श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आज ही मथुरा, फरूZखाबाद तथा कांशीराम नगर जिलों में बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण कर बचाव एवं बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की और इन जिलों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।