उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी के निर्देश पर प्रदेश के सिंचाई मन्त्री श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आज फरूखाबाद, कन्नौज, कांशीराम नगर, अलीगढ़ तथा मथुरा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण तथा मथुरा, आगरा एवं फरूखाबाद में चलाये जा रहे राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सम्बन्धित मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की सुरक्षा एवं राहत कार्यों की निरन्तर समीक्षा करें तथा इन कार्यों में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करें।
श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को बैराजों, डैमों तथा तटबन्धों की पूर्ण सुरक्षा सुनििश्चत करने हेतु लगातार निगरानी रखने तथा बैराजों, डैमों तथा तटबन्धों को हुई क्षति का सर्वेक्षण कराकर आंगणन तैयार कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि कटाव को रोकने के लिए जरूरी कटावरोधक कार्यवाही सुनििश्चत की जाये। सिंचाई मन्त्री ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों तथा सम्पर्क मार्गों की हुई टूट-फूट का भी सर्वेक्षण कराने के निर्देश दिये हैं जिससे की उनकी मरम्मत की व्यवस्था करायी जा सकें और लोगों को आवागमन में कोई परेशानी न हों।
सिंचाई मन्त्री ने कहा कि बाढ़ सुरक्षा कार्यों को युद्धस्तर पर चलाने, बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने तथा राहत शिविर
तथा बाढ़ में फंसे लोगों को त्रिपाल, खाद्यान्न, शुद्ध पेयजल तथा पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था सुनििश्चत की जाये। उन्होंने कहा कि यथा आवश्यकतानुसार बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए मोटर बोटों तथा एयरलििफ्टंग की भी व्यवस्था की जाएं।
श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि बाढ़ का पानी उतरने पर लोगों को संक्रामक रोगों से बचाने के लिए आवश्यक दवाईयों एवं पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए उनका टीकाकरण कराये जाने के जरूरी निर्देश दिये।