उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी ने अपने दो दिवसीय तूफानी दौरे के तहत दिनांक 20सितम्बर को इलाहाबाद एवं वाराणसी का दौरा कर आज फैजाबाद पहुंचकर वहां पर अलग-अलग मुस्लिम धर्मगुरूओं, सन्त-महात्माओं से मुलाकात किया एवं जिला कंाग्रेस कमेटी कार्यालय व कई अन्य स्थानों पर आयोजित कांग्रेसजनों एवं बुद्धिजीवियों की बैठक कर समाजिक सौहार्द एवं आपसी भाईचारे को बनाये रखने की अपील की।
उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि डॉ. जोशी ने कल इलाहाबाद में धार्मिक नेताओं एवं मुस्लिम धर्म गुरूओं से मुलाकात की। जिसके अन्तर्गत स्वामी हरि चैतन्य ब्रह्मचारी टीकरमाफी बाबा से मिलीं एवं शंकराचार्य स्वरूपानन्द के आश्रम पहुंचकर स्वामी तुलियानन्द ब्रह्मचारी से मुलाकात की। इसके उपरान्त इलाहाबाद के शहर काजी मकबूल हुसैन साहब से मुलाकात कर समाज में आपसी भाईचारा बनाये रखने एवं शान्ति की अपील की। इसके उपरान्त डॉ. जोशी ने वाराणसी पहुंचकर वाराणसी के मुफ्ती मौलाना अब्दुल बासित नौमानी से मुलाकात किया एवं संकट मोचन मन्दिर के महन्त स्वामी वीरभद्र मिश्रा से भेंट कर शान्ति बनाये रखने की अपील की।
मुख्य प्रवक्ता ने बताया कि डॉ0 जोशी ने आज पूर्वान्ह फैजाबाद पहुंचकर अयोध्या के राजगोपाल मन्दिर में फलाहारी जी महाराज एवं हाजी महबूब से मुलाकात कर शान्ति बनाये रखने की पुरजोर अपील की।
श्री श्रीवास्तव ने बताया कि डॉ0 जोशी ने फैजाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपने संबोधन में पुरजोर अपील करते हुए कहा है कि रामजन्मभूमि-बाबरी मिस्जद प्रकरण में मालिकाना हक को लेकर आगामी 24सितम्बर को मा0 उच्च न्यायालय का निर्णय अन्तिम निर्णय नहीं है इसके बाद भी मा0 सर्वोच्च न्यायालय का विकल्प खुला है। क्योंकि यदि किसी भी पक्ष को निर्णय से असहमति है तो आगे भी न्यायालय का द्वार खुला है, ऐसे में किसी भी पक्ष को मा0 न्यायालय के निर्णय पर आक्रोशित होने की आवश्यकता नहीं है। समाज में आपसी भाईचारे और सामाजिक सौहार्द बनाये रखने की हम सभी की जिम्मेदारी है, विशेषकर ऐसे मौके पर हम सभी को जाति, वर्ग और धर्म की राजनीति करने वाले साम्प्रदायिक एवं फिरकापरस्त ताकतों को नेस्तनाबूद करते हुए आपस में प्रेम, मेलमिलाप और सौहार्द बनाकर रहने की आवश्यकता है। डा0 जोशी ने कहा कि धर्म और मजहब के नाम पर कुछ देश और समाज विरोधी ताकतें भोलीभाली जनता को आपस में लड़ाकर सिर्फ अपना स्वार्थ साधने की फिराक में हमेशा रहते हैं ऐसे समाजविरोधी लोगों से सावधान रहना है। हमें शान्ति, साम्प्रदायिक सौहार्द और आपसी भाईचारा हर हालत में बरकरार रखना है।