बिजली चोरी रोकने में उल्लेखनीय कार्य करने
वाले अभियन्ता सम्मानित
-ऊर्जा मन्त्री
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मन्त्री श्री रामवीर उपाध्याय ने अभियन्ताओं को निर्देश दिये हैं कि वे 1 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाकर फर्जी बिलिंग को हर हालत में रोकें तथा अपने यहॉ एकाउन्ट को दुरूस्त कर लें। इसके उपरान्त यदि जांच में यह पाया गया कि कटे कनेक्शन पर बिलिंग जारी है, तो ऐसे अभियन्ताओं एवं सम्बन्धित कार्मिकों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ऊर्जा मन्त्री आज यहां शक्ति भवन में आयोजित ऊर्जा निगमों की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऊर्जा निगमों को अपनी बैलेंश शीट बिल्कुल सही रखनी होगी। इसके लिए यह आवश्यक है कि बिलिंग सम्बन्धी सभी आंकड़े हों। उन्होंने कहा कि पावर कारपोरेशन का उपभोक्ताओं के ऊपर वास्तविक रूप में कितना बकाया है, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि वास्तविक बकाया सुनिश्चित करने के लिए सभी अभियन्ताओं को इस कार्य में पूरी क्षमता के साथ लगना होगा तभी जाकर यह सुनिश्चित हो सकेगा कि वास्तविक बकाया कितना है और यह कार्य तभी सम्भव है जब फर्जी बिलिंग को शत-प्रतिशत रोका जाय।
अगस्त माह में राजस्व वसूली पर सन्तोष व्यक्त करते हुए ऊर्जा मन्त्री ने कहा कि यदि बिजली चोरी पर 80 प्रतिशत भी नियन्त्रण कर लिया जाय तो प्रतिमाह 1500 करोड़ रूपये तक राजस्व प्राप्त हो सकता है। उन्होंने जुलाई एवं अगस्त माह में बिजली चोरी पर नियन्त्रण हेतु चलाये गये प्रदेश व्यापी विशेष अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड देकर सम्मानित किया।
प्रथम स्थान पर रहने वाले नगरीय मण्डल अलीगढ़ के अधीक्षण अभियन्ता श्री एस0के0जैन, मेरठ के अधीक्षण अभियन्ता श्री किशन सिंह एवं नोएडा के अधीक्षण अभियन्ता श्री ए0पी0मिश्रा तथा अलीगढ़ (ग्रामीण) अधीक्षण अभियन्ता श्री नरेश भारती को प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड देकर सम्मानित किया। उन्होंने सभी अभियन्ताओं का आह्वान किया कि वे इसी तरह बिजली चोरी रोकने में दिलचस्पी दिखाते रहेंगे तभी सरकार उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति करने में सफल होगी।
अगस्त माह में चलाये गये अभियान में नगरीय मण्डल अलीगढ़ प्रथम, नोएडा द्वितीय एवं ग्रामीण अलीगढ़ तृतीय स्थान पर रहा। इसी तरह जुलाई माह में चालाये गये अभियान में नगरीय मण्डल अलीगढ़ प्रथम, मेरठ द्वितीय तथा नोएडा को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। इस दौरान शमन शुल्क के रूप में लगभग 179 लाख रूपये वसूल किये गये।
अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक श्री नवनीत सहगल ने निर्देश दिए क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों को यथाशीघ्र बदलें तथा शहरों में ट्राली ट्रांसफर्मार को हमेशा तैयार रखें। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी स्थान पर ट्राली ट्रांसफर्मार को एक स्थान पर 15 दिन से अधिक न रखेंं।
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक (विजीलेंस) श्री शैलजा कान्त मिश्र, अपर प्रबन्ध निदेशक, श्री नरेन्द्र भूषण, डिस्कामों के प्रबन्ध निदेशकों के अलावा अन्य वरिष्ट अधिकारी भी उपस्थित थे।