इलाज
• मामला खरसोमा बाजार का
• पथरी के इलाज का ठेका लेता है एक हजार में
राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सक मरीजों का इलाज ठेके पर कर रहा है। यह सुनने में अटपटा अवश्य लग रहा होगा परन्तु यह सत्य है। मरीज जब सरकार द्वारा नियुक्त चिकित्सक के पास इस आशय के साथ इलाज कराने जाय कि मेरा इलाज मुफ्त मे होगा और जब उसे ठेके पर इलाज करने की बात स्वयं चिकित्सक के द्वारा की जाय तो अचरज तो होगा ही। ऐसा ही एक मामला खरसोमा बाजार ब्लाक कूरेभार के डा0 विजय पाठक द्वारा किए गये कारनामें से क्षेत्र में चर्चा का विशय बना हुआ है। सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सालय खरसोमा बाजार में नियुक्त चिकित्सक डा0 विजय पाठक एक हजार रूप्ये महीने पर ठेका लेकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। ऐसी ही एक सनसनी खोज मामला सामने में आया है। मेराजुद्दीन पुत्र मोइनुद्दीन निवासी ग्राम कीरी तहसील जयसिंहपुर अपने इलाज के लिए चिकित्सक को 14 सितम्बर को दिखाने गयाऔर पर्ची कटाया । पर्चे का पंजीयन संख्या 4219 दिनांक 14 सितम्बर 2010 लिखा हुआ है। चिकित्सक डा0 विजय पाठक ने मरीज मेराजुद्दीन के किडनी में पथरी होने की बात कही। गारण्टीड इलाज करने की बात करते हुए डा0 पाठक ने कहा कि इसे हम खत्म कर देंगें परन्तु इस इलाज पर प्रति माह एक हजार रूप्ये का खर्च आयेगा। दो महीने बीत जाने पर मेराजुद्दीन जब अल्ट्रासाउण्ड कराया तो पथरी का आकार और बड़ा पाया गया। इस इलाज को करवाने में मेराजुद्दीन को दो हजार सा हाथ धोना पड़ा। पथरी घटने के बजाय और बढ़ गई। इस प्रकार की लूट- खसोट जब सरकारी चिकित्सकों द्वारा जारी है तो लोगों का विश्वास सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों पर कितना होगाI