भारतीय रेल और एक विश्वप्रमुख लोकोमोटिव उत्पादक इलैक्ट्रो-मोटिव डीज़ल इंक. (ईएमडी) ने आज नए डब्ल्यूडीजी5 लोकोमोटिव की डिज़ाइन को अन्तिम रूप देने की घोशणा की। भारतीय रेल के लिए मील का पत्थर स्वरूप एक कम्प्लीट हॉर्सपावर लोकोमोटिव डिज़ाइन को रिसर्च डिज़ाइन एण्ड स्टैण्डर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) और भारतीय रेल के डीज़ल लोकोमोटिव वक्र्स (डीएलडब्ल्यू) ने ईएमडी के सहयोग से तैयार किया है। 5500 बीएचपी आउटपुट के साथ यह लोकोमोटिव भारतीय रेल नेटवर्क में दौड़ने वाला अब तक का सबसे ‘शक्तिशाली इंजन है। 560 केएन की खींचने की रिकार्ड क्षमता के साथ यह अधिक गति में भी जबरदस्त भार खीचने में सक्षम है। इस तरह भारतीय रेल के रेल नेटवर्क के सिस्टम थ्रुपुट में वृद्धि सुनिश्चत है।
डब्ल्यूडीजी5 लोकोमोटिव डिज़ाइन भारतीय रेल के मौजूदा उच्च हॉर्सपावर के डीज़ल लोकोमोटिव से कहीं अधिक दमदार है। भारतीय रेले के बेड़े में अधिकतम हॉर्सपावर और खींचने की ‘ाक्ति के अतिरिक्त डब्ल्यूडीजी5 की अन्य कई खूबियां हैं जैसे इलैक्ट्रॉनिक फ्यूल इंजेक्शन, रेडियल िग्रड और अधिक पकड़ वाले हल्के वजन की फैब्रिकेटेड बॉगियां। इसमें आधुनिक ड्राइवर इंटरफेस समेत एक अत्याधुनिक ड्राइवर कंसोल भी है। चालक दल के लिए वातानुकूलित कैब और आदि सुविधाएं हैं जो भारतीय रेल के बेड़े में पहली बार देखने को मिलेंगे। डब्ल्यूडीजी5 में ईएमडी के इंटेलिट्रेन रिमोट डायग्नॉस्टिक और मॉनिटरिंग सिस्टम भी हैं जो लागत में कटौती के साथ सुरक्षा और संसाधन के उपयोग में वृद्धि करेंगे - साथ ही, भरोसा और उपलब्धता भी बढ़ेगी।
भारतीय रेल के रेलवे बोर्ड के मेम्बर टेक्नकल श्री संजीव हाण्डा ने कहा, “भारतीय रेल और ईएमडी के बीच भागीदारी के परिणामस्वरूप भारत में नवीनतम डीज़ल लोकोमोटिव तकनीकी का आगमन हुआ है। डब्ल्यूडीजी5 इस भागीदारी का नवीनतम उत्पाद है जिसमें आरडीएसओ, डीएलडब्ल्यू और ईएमडी ने साथ मिलकर काम किया और परिणामत: एक नवीनतम उत्पाद की डिज़ाइन को पेश किया जो भारतीय रेल की मौजूदा पटरियों पर दौड़ने वाला सबसे ‘ाक्तिशली डीज़ल लोकोमोटिव साबित होगा और हर हाल में बेहद उपयोगी मुझे यकीन है कि आईआर के सहयोग से ईएमडी आगे भी भारतीय रेल के लिए नई-नई तकनीकियों को पेश करता रहेगा।´´
ईएमडी `देश के अन्दर´ अपने सहयोग तन्त्र को अधिक सक्षम बना कर भारतीय रेल के विकास की तीव्र गति को हर सम्भव सहयोग देने के लिए प्रयासरत है। ईएमडी ने लखनऊ में एक उत्कृश्ट संस्थान की स्थापना की है। आज उद्घाटित इस संस्थान में ईएमडी इंजीनियरों की एक सक्षम टीम होगी। डब्ल्यूडीजी5 लोकोमोटिव प्रोजेक्ट को सहयोग देने के अतिरिक्त ईएमडी कई अन्य प्रोजेक्ट पर भारतीय रेल के कदम-से-कदम मिला कर चलने को तैयार है जिनके तहत इंजन परीक्षण और इंजन के मनोनकूल प्रदशZन पर जोर दिया जाएगा ताकि इसका लाभ ईएमडी और भारतीय रेल दोनों को मिले। इस लाभ का आधार होगा ज्ञान का आदान-प्रदान। एक प्रमुख पर्यावरण अनुकूल लोकोमोटिव निर्माता के रूप में ईएमडी की मंशा भारतीय रेल के साथ मिल कर अन्य कई परियोजनाओं को अंजाम देने की है जिनका मकसद उत्सर्जन के भावी मानकों पर खरा उतरना है।
इस अवसर पर बात करते हुए ईएमडी के वरिश्ठ उपाध्यक्ष एवं मुख्य परिचालन अधिकारी श्री ओसामा हसन ने कहा, “ईएमडी भारतीय रेल को भावी तकनीकी का सहयोग देने को प्रतिबद्ध है। हमें पूरा यकीन है कि डब्ल्यूडीजी5 की भारतीय रेल के लिए भावी लोकोमोटिव की भूमिका होगी। आरडीएसओ और डीएलडब्ल्यू के साथ काम करते हुए ईएमडी भारतीय रेल की सक्रिय विकास योजना में सहयोग देगा और देश के अन्दर उत्तरोत्तर अधिक-से-अधिक सहयोग देगा।´´
इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रॉग्रेस रेल सर्विसेज़ के अध्यक्ष एवं सीईओ श्री विलियम पी. ऐंसवर्थ ने बताया, “भारतीय रेल के विकास की कहानी का एक हिस्सा बनना हमारे लिए बहुत गर्व की बात है। ईएमडी का भारतीय रेल के साथ 50 साल से अधिक पुरानी और महत्वपूर्ण भागीदारी रही है। हम इस भागीदारी को मजबूत बनाने के लिए अपनी श्रेणी में सर्वश्रेश्ठ विश्वव्यापी लोकोमोटिव तकनीकी ईएमडी को प्रदान करेंगे। विशेश कर भारतीय रेल के लिए डिज़ाइन किया गया डब्ल्यूडीजी5 लोकोमोटिव मॉडल रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस बाजार के लिए भावी उत्पादों को पेश करने का आधार साबित होगा।´´