लखनऊ : पेटेण्ट सूचना केन्द्र कार्यक्रम एवं उत्तर प्रदेश की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से सम्बन्धित आवश्यकताओं का चिन्हीकरण व मेपिंग कार्यक्रम में वैज्ञानिक विशेष ध्यान दें। वैज्ञानिक जागरूकता कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय ताकि आम आदमी विज्ञान की प्रगति की जानकारी प्राप्त कर सके तथा उनसे लाभ प्राप्त कर सके।
यह निर्देश आज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मन्त्री, श्री अब्दुल मन्नान ने सचिवालय में आयोजित समीक्षा बैठक में दिये। उन्होंने साइंस अवार्ड प्रदान किये जाने हेतु तत्परता से कार्य करने के भी निर्देश दिये।
बैठक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद तथा सुदूर संवेदन उपयोग केन्द्र में चल रही परियोजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की गहन समीक्षा की गई। श्री मन्नान ने निर्देश दिये कि शासन द्वारा अवमुक्त धनराशि का उपयोग इस माह के अन्त तक कर दूसरी किश्त का प्रस्ताव शासन को भेजा जाय।
बैठक में बताया गया कि उद्यमिता प्रोत्साहन कार्यक्रम के अन्तर्गत परिषद् द्वारा खाद्य प्रसंस्करण विभाग उ0प्र0 के सहयोग से लाल मिर्च व हल्दी के प्रसंस्करण की सिद्ध तकनीकों को कृषकों/उत्पादकों तथा बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के रूप में अपनाये जाने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि कृषि एवं संवर्गीय क्षेत्रों, उद्यान, पेयजल, सिंचाई, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, पर्यटन, पर्यावरण आदि क्षेत्रों में आ रही समस्याओं का चिन्हाकन कर उनका समाधान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से कराये जाने का कार्य भी किया जा रहा है।
श्री मन्नान ने सुदूर संवेदन तकनीक केन्द्र द्वारा चलाई जा रही परियोजनओं की गहन समीक्षा की तथा समस्त परियोजनाओं को समयबद्ध रूप में पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव, श्री बी0एम0मीणा, विशेष सचिव, श्री पी0सी0जैन, निदेशक डा0एम0के0जे0 सिद्दीकी सहित समस्त वैज्ञानिक अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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