सुल्तानपुर - आये दिन शहर में बाजार बन्दी का कोहराम मचा रहता है। कभी उद्योग व्यापार मण्डल तो कभी अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल और कभी राजनैतिक व गैर राजनैतिक दल के आहवाहन पर ऐसी खबरे आया करती हैं। वह भी उस समय जब बढ़ती मंहगाई के चलते हर ओर त्राहि-त्राहि मची हुई है। छोटे पैमाने पर व्यापार करने वालों ने दबी जुबान से इसकी निन्दा करना शुरु कर दिया है।
बताते चलें कि कमर तोड़ मंहगाई और व्यापारियों की मूल-भूत सुविधाओं के लिये आज उद्योग व्यापार मण्डल के आहवाहन पर शहर बन्द का आयोजन किया गया है। बन्द और प्रदर्शन को सफल बनाने के लिये बीते सोमवार से लेकर मंगलवार की देर शाम तक उद्योग व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों ने दुकान-दुकान जाकर व्यापारियों से मुलाकात करते हुए उन्हें प्रदर्शन में शामिल होने का न्यौता दिया है।
प्रान्तीय उपाध्यक्ष राम निवास अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारी हित में सचल दल एमआईबी का जुल्म, फार्म 38 से सम्बंधित मूल्य में संशोधन, ईमेल रिर्टन के कहर से सम्बंधित मामले, धारा 3/7 में व्यापारियों को जेल भेजे जाने वाले मामलों को लेकर प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है।
बन्द के बाबत छोटे पैमाने पर व्यवसाय करने वाले दुकानदारों का कहना है कि यह जितने भी बन्द की अगुवाई कर रहें हैं सभी सेठ साहूकार हैं। इनकी न दुकान है न प्रतिश्ठान आखिर इनको कौन सा नुकसान होने लगा। बन्द के चलते मुख्य मार तो हमारे पेट और धंधों पर पड़नी है।