लखनऊ - जनपद बरेली में ट्रैफिक पुलिस के पुलिस अधीक्षक सुश्री कल्पना सक्सेना के साथ हुई दिल दहला देने वाली घटना ने यह एक बार फिर साबित कर दिया है कि यह सुश्री मायावती के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार अपने अधिकारियों की ही सुरक्षा नहीं कर पा रही है तो आम नागरिकों का क्या हश्र होगा । इसकी सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है।
गौरतलब है कि कल सुश्री कल्पना सक्सेना को यह सूचना मिली थी कि उनके मातहत कार्य करने वाले ट्रैफिक पुलिस के 3सिपाही हाईवे पर ट्रकों से अवैध वूसली कर रहे हैं, इसकी जांच करने के लिए जब सुश्री सक्सेना मौके पर पहुंची और उन सिपाहियों को पकड़ा तो उनके मातहत कार्य करने वाले सिपाही आक्रामक हो गये और उन्हें उनकी गर्दन पकड़कर कार पर डेढ़ किमी. तक घसीटते ले गये, जिसमें वह गम्भीर रूप से घायल हो गईं।
उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि इस घटना से जहां एक ओर यह साबित हुआ है कि सरकार का सरकारी मशीनरी पर नियन्त्रण नहीं रह गया है वहीं दूसरी ओर प्रदेश के हर जिले में चल रही अवैध वसूली और उसका हिस्सा नीचे से लेकर प्रदेश के सत्ता शीर्ष तक बैठे नेताओं को पहुंचाने के प्रदेश कांग्रेस के आरोप की पुष्टि हुई है।
मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि इस स्तब्ध कर देने वाली घटना ने एक सवाल यह भी खड़ा किया है कि जब ट्रैफिक एस.पी. पर हमला हुआ, उस समय उनके शैडो और गनर ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की, उनके साथ थे।
उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी ने मांग की है कि घटना के दोषी लोगों को अविलम्ब बर्खास्त किया जाय और अवैध वसूली पर रोक न लगा पाने के लिए स्थानीय जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाय।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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