सी0डी0पी0ओ0 पर अवैध वसूली लगाया का आरोप
सुलतानपुर- उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ सुलतानपुर का एक प्रतिनिधि मण्डल राहुल गॉंधी सांसद अमेठी व राष्ट्रीय महासचिव भारतीय कांग्रेस कमेटी से कैम्प कार्यालय मंशीगंज गेस्ट हाऊस में मुलकात कर आंगनबाड़ी कार्यकत्री महिलाओं के विभागीय शोशण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने, आगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मतदाता पुनरीक्षण टीकाकरण एवं राष्ट्रीय जनगणना एवं पल्स पोलियों व 10 वर्षो से अधिक समय से एक ही परियोजना पर बहुत सी मुख्य सेविकायें कार्यरत रहते हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का दोहन/शोशण करती चली आ रही हैं, ऐसी मुख्य सेविकाओं को प्रथम वरियता क्रम में जनपद से स्थानान्तरित करवाकर सुनििश्चत कराया जाय। ताकि आगनबाड़ी कार्यकत्रियों का शोशण रोका जा सके। जिनमें से गीता सिंह बाजार शुकुल माया बाजपेयी अमेठी, श्यामलता सिंह दूबेपुर प्रमुख मुख्य सेविकाओं में से है इनके द्वारा प्रत्येक तिमाही आडिट के नाम पर पॉंच सौ रूपये की वसूली की जाती है तथा श्यामलता सिंह जो कि अपने संवर्ग की जिलाध्यक्ष है, अतएव आगनबाड़ी कार्यकत्रियों के दोहन/शोशण की नियमावली इन्ही के द्वारा तय कर सर्वप्रथम इन्ही की परियोजना मे लागू कर अन्य परियोजनाओं के लिए नजीर बनाया जाता है।
आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रत्येक महीने में कम से कम दो या तीन बार परियोजना कार्यालयों पर बैठकों में शामिल होना पड़ता है, इस प्रकार मात्र 1500 रूपया मासिक पाने वाली कार्यकत्रियों को अपना-अपना केन्द्र चलाने के लिए बैठकों में शामिल होने के लिए पूरे दिन के समय के साथ-साथ प्रत्येक बैठक के लिए लगभग 80 किमी0 की दूरी अपने खर्च पर तय करनी पड़ती है। शासन से टी0ए0 और न ही डी0ए0 की व्यवस्था दी जा रही है। परियोजना अधिकारियों द्वारा न तो टी0ए0 न ही डी0ए0 की व्यवस्था दी जा रही है। पोशाहार कार्यकत्रियों के द्वारा कार्यालय से केन्द्रों पर ले जाने के लिए शासन द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही धनराशि अपेक्षाकृत बहुत कम है। शासन द्वारा वर्ष में दो बार बाल पोषण माह के मद्देनज़र परियोजना अधिकारियों को कार्यक्रम आयोजित करवाने की व्यवस्था दी गई है, परन्तु परियोजना अधिकारियों द्वारा उक्त मद के धन का बन्दर बांट करते हुए कही भी ऐसे आयोजन नही किये जाते है। ऐसी समस्याओं को लेकर संघ ने पन्द्रह सूत्रीय ज्ञापन राहुल गॉंधी को सौंपा।
उक्त प्रतिनिधि मण्डल में कंचन सिंह, केशपुत्री सिंह, अन्जू श्रीवास्तव, विरेन्द्र प्रताप सिंह, त्रिवेणी कनौजिया सहित अनेकों लोग शामिल रहे।