लखनऊ - उत्तर प्रदेश में कृषि एवं कृषि से सम्बंधित विभागों में संचालित राष्ट्रीय कृषि विकास योजना जैसे-दलहन तिलहन ग्राम्य योजना, डास्प योजना, पशुपालन, पूर्वान्चल में हरित क्रान्ति, पशु चारा उत्पादन कार्यक्रम, पशु आहार, फैक्टिªयों का सुदृढ़ीकरण सम्बंधित कार्यों में तेजी लाई जाये। कम प्रगति वाले विभाग कार्य में तेजी लायें।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आर0के0 शर्मा ने यह निर्देश गत दिवस यहॉ अपने कार्यालय के सभागार में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की राज्य स्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समिति की प्रथम समीक्षा बैठक में दिये। बैठक में उन्होंने गन्ना, एन0बी0आर0आई0, पशुपालन, कृषि एवं रिमोट सेिन्संग की योजनाओं की सहमति प्रदान की। योजना के अन्तर्गत कम खर्च करने वाले मुख्य विभागों में पशुपालन विभाग, उद्यान, सिंचाई, बीज विकास निगम आदि शामिल हैं। बैठक में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की प्रगति पर, मूल्यांकन थर्ड पार्टी से करायेजाने एवं नियमित अनुश्रवण की व्यवस्था के निर्देश दिये गये।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत वर्ष 2010-11 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के 27 जिलों में हरित क्रान्ति पर, दलहनी एवं तिलहनी फसलों के उत्पादन कार्यक्रम पर विचार किया गया, जिसका लाभ प्रदेश के 12 लाख किसानों को होगा।
बैठक में प्रमुख सचिव दुग्ध विकास, सचिव पशुपालन, विशेष सचिव वित्त एवं नियोजन, यू0पी0 डास्प की प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर सुश्री आराधना शुक्ला एवं सम्बंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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