उत्तर प्रदेश के सिंचाई यान्त्रिक राज्यमन्त्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री जयवीर सिंह ने विभाग द्वारा संचालित की जा रही नलकूपों की बोरिंग के कार्य में शिथिलता को गम्भीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि बरसात के पहले 50 प्रतिशत बोरिंग का कार्य पूरा किया जाना था। उन्होंने कहा कि जिन मण्डलों एवं जनपदों में यह लक्ष्य प्राप्त नहीं हुए हैं, उनका स्पष्टीकरण मांगा जाये।
सिंचाई यान्त्रिक मन्त्री ने यह निर्देश आज यहॉ सचिवालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय कार्यों की प्रगति की समीक्षा के दौरान दिये। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह नलकूप निर्माण योजना सामान्य एवं विशेष घटक के सभी निर्माण एवं विकास कार्यों की समय-सारिणी का निर्धारण कर पूर्ण किया जाये। उन्होंने कहा कि अक्टूबर माह तक प्रदेश के सभी नये नलकूपों की बोरिंग का कार्य पूरा कर लिया जाये। इसके साथ ही निर्धारित लक्ष्य के अनुसार आगामी दिसम्बर तक सभी नलकूपों का विकास एवं ऊर्जीकरण कर उनको कार्यदायी बना दिया जाये।
श्री जयवीर सिंह ने सींच क्षेत्र को बढ़ाये जाने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। उन्होंने सींच क्षेत्र में कमी पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि सींच क्षेत्र के लक्ष्य में बढ़ोत्तरी की जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाये कि निर्धारित लक्ष्य प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि जोन तथा जनपदों में नलकूपवार लक्ष्यों का निर्धारण किया जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाये कि यह सभी नलकूप अपनी पूरी क्षमता से चलें। उन्होंने निर्देश दिये कि जिन जनपदों में पिछले वर्ष से सींच कम हुई है, सम्बंधित अधिकारियों से कारण पूछा जाये।
सिंचाई यान्त्रिक मन्त्री ने कहा कि राजकीय नलकूपों की स्थलीय जॉच की जाये। उन्होंने कहा कि नलकूप चलते तो हैं परन्तु सम्भवत: सही सींच दर्ज नहीं की जाती है। उन्होंने अधीक्षण अभियन्ता एवं अधिशाषी अभियन्ता स्तर के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्र के अन्तर्गत सघन औचक निरीक्षण तथा नलकूपों की स्थलीय जॉच करें। उन्होंने कहा कि कम सींच के दो ही कारण हो सकते हैं। या तो नलकूप चल नहीं रहे हैं या फिर सही सींच दर्ज नहीं की जा रही है।
श्री जयवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती द्वारा प्रदेश के किसानों को आय को दोगुना करने के गम्भीरता से प्रयास किये जा रहे हैं। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिये मान्यवर कांशीराम जी 750 नये नलकूपों की परियोजना, मान्यवर कांशीराम जी 550 फेल नलकूपों के पुन: निर्माण की योजना तथा 6800 नलकूपों के आधुनिकीकरण की परियोजना का अनुमोदन हो चुका है। उन्होंने नाबार्ड से स्वीकृत कराने सम्बंधी सभी औपचारिकताएं पूरी कर इन योजनाओं को मूर्तरूप प्रदान करने के गम्भीरता से प्रयास करने के निर्देश दिये।
प्रमुख सचिव सिंचाई श्री किशन अटोरिया ने बताया कि विभाग द्वारा संचालित 3000 नलकूप परियोजना सामान्य तथा विशेष घटक, 800 नलकूप परियोजना तथा 11000 राजकीय नलकूपों की जल वितरण प्रणाली की पुनरोद्धार योजनाओं के कार्यान्वयन एवं संचालन में तेजी लायी जा रही है तथा निर्धारित समय में योजनाओं को पूरा करने के गम्भीरता से प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा निर्मित एवं विकसित नलकूपों का ऊर्जीकरण भी अब विभागीय अभियन्ताओं के स्तर पर ही किया जायेगा।
बैठक में प्रमुख अभियन्ता सिंचाई यान्त्रिक श्री वी0के0 अग्रवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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