वस्त्रोद्योग विभाग की मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न
उत्तर प्रदेश के वस्त्रोद्योग एवं रेशम मन्त्री श्री जगदीश नारायण राय ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में नििष्क्रय पडे़ डिजा़इन सेन्टरों को चलाने हेतु उनकी विशेष समीक्षा कर उन्हें शीघ्र्र ही चालू कराया जाय ताकि बुनकरों की अधिकाधिक लाभािन्वत किया जा सके। गुण चिन्हांकन योजना के अन्तर्गत निदेशालय में स्थापित प्रयोगशाला के नििष्क्रय होने की भी विशेष समीक्षा की जाय तथा योजनान्तर्गत अधिक से अधिक नमूनों का परीक्षण कराया जा सके।
श्री राय आज यहां अपने कार्यालय कक्ष में वस्त्रोद्योग विभाग की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में प्रमुख सचिव वस्त्रोद्योग श्री श्रीकृष्ण तथा विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
श्री राय ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत जो भी उपयोगिता प्रमाण पत्र लिम्बत हैं, उन्हें परिक्षेत्रों से मंगाकर तत्काल भारत सरकार को प्रेषित करें। उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं के अन्तर्गत भारत सरकार से स्वीकृत धनराशि का समायोजन, महालेखाकार इलाहाबाद में राज्य की समेकित निधि में होना है, का दायित्व सहायक निदेशक इलाहाबाद को सौंपा जाय। उन्होंने कहा कि भारत सरकार में लिम्बत केन्द्रांश के प्रस्तावों की प्रभावी सम्पर्क (लाइजनिंग) स्थापित करके केन्द्रांश की स्वीकृतियां जारी करायी जाय।
बैठक में आडिट के प्राप्त लिम्बत प्रकरणों को शीघ्रतिशीघ्र निस्तारण कराये जाने के आदेश भी दिये गये। समितियों के जो भी रजिस्ट्रेशन के प्रस्ताव निदेशालय में आये हैं, उनका निदेशालय स्तर पर परीक्षण करके समिति के प्रस्तावकों से विचार-विमर्श कर तत्काल नवीन पंजीकरण सहकारिता अधिनियम के अन्तर्गत कराने का निर्णय लिया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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