प्रदेश में आई0टी0आई0 का उद्देश्य न केवल रोजगारों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराना है, बल्कि मूल उद्देश्य बेरोजगार युवक/युवतियों को रोजगार दिलाना है। व्यवसायिक शिक्षा विभाग ऐसे बच्चों की सूची तैयार करे, जिन्हें इस सत्र में रोजगार प्रशिक्षण नहीं दिया जा सका एवं उन छूटे हुए बच्चों को आगामी फरवरी के सत्र में शमिल किया जाये। असेवित ब्लाक जहां आई0टी0आई0 नहीं हैं, वहां एक-एक आई0टी0आई0 एवं स्किल डेवलपमेंट केन्द्र खोलने के प्रयास में तेजी लाई जाये।
व्यवसायिक शिक्षा मन्त्री चौ0 लक्ष्मी नारायण ने यह निर्देश आज यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय मासिक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि बेरोजगार प्रशिक्षण सम्बन्धित सभी कार्य कैलेण्डर व नियमानुसार समयबद्ध रूप से करें एवं प्रशिक्षण संस्थाओं की क्षमता निर्धारित कर अवगत करायें।
बैठक में छात्रवृत्ति, प्रतिपूर्ति, फीस कम्प्यूटर, लैब, इन्सट्रेक्टर, प्रधानाचार्य एक वषीZय परीक्षा, माघ्यमिक शिक्षा में ट्रेड, संविदा पर स्टाफ एवं सम्बन्धित सभी समस्याओं आदि पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया तथा आश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
प्रमुख सचिव, व्यवसायिक शिक्षा सुश्री वृन्दा स्वरूप ने कहा कि आई0टी0आई0 संस्थाओं का पूरा सदुपयोग के लिए स्टाफ एवं जगह उपलब्ध होने पर दो सिफ्टें चलाई जा सकता हैं। इसके साथ उन्होंने प्रशिक्षण संस्थाओं को दस दिनों में सभी सूचनायें एकत्रित करने के निर्देश दिये। सचिव सुश्री अर्चना अग्रवाल ने प्रशिक्षण संस्थाआं में कम्प्यूटर की उपलब्धता एवं आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
बैठक में विशेष सचिव एवं निदेशक श्री मणि प्रसाद मिश्र, विशेष सचिव श्री अनिल बाजपेई एवं सभी विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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